रिश्वत का मामला : पूर्व कलेक्टर इंद्रसिंह राव 6 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में

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जेल में दाखिल होते हुए इंद्र सिंह राव।

कोटा। आईएएस और बारां के पूर्व कलेक्टर इंद्र सिंह राव को एक दिन की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद शुक्रवार को फिर से कोटा में जिला जज के सामने पेश किया। दोपहर ढाई बजे एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) की टीम कड़ी सुरक्षा में इंद्र सिंह राव को लेकर जिला जज योगेंद्र कुमार पुरोहित के आवास पर पहुंची। 10 मिनट की पेशी के बाद जिला जज ने आरोपी को 6 जनवरी तक ज्यूडिशियल कस्टडी (न्यायिक अभिरक्षा) में भेजने के आदेश दिए।

एसीबी ने इंद्र सिंह राव से नार्को टेस्ट व वॉइस सैम्पल देने की मांग की थी। लेकिन आरोपी पूर्व कलेक्टर ने मना कर दिया। इधर, पेशी और जेल जाने के दौरान इंद्र सिंह राव का कलेक्टर वाला रुतबा भी नजर आया। जिला जज के आवास पर पेशी के बाद इंद्र सिंह हाथ पीछे करके अपने वकील से बात करते हुए नजर आए।

करीब तीन बजे एसीबी इंद्र सिंह राव को जेल लेकर पहुंची। यहां गाड़ी से उतरने के बाद इंद्र सिंह राव के दोनों हाथ ब्लेजर की जेब मे थे। उनके माथे पर कोई शिकन नही थी। एसीबी के जवानों ने कलेक्टर से इशारे में दोनों हाथों को ब्लेजर की जेब से निकलवाया। दो मिनट में चलकर तलाशी कक्ष में पहुंचे। जमा तलाशी के बाद ब्लेजर खोला, तलाशी के बाद सीधा जेल में पहुंचाया। उन्होंने स्वेटर पहना हुआ था। 3 बजकर 8 मिनट पर इंद्र सिंह राव जेल में दाखिल हुए। इस दौरान मीडिया ने कलेक्टर से बात करने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं की।

बुधवार को गिरफ्तारी के बाद से इंद्र सिंह राव एक ही ड्रेस में नजर आए। जेल में शिफ्ट होने से पहले जमा तलाशी के दौरान उनका ब्लेजर खुला। उन्होंने केवल नीले रंग का स्वेटर पहना हुआ था। इंद्र सिंह राव का नया साल अब जेल में मनेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इंद्र सिंह राव को 27 नम्बर बैरक में रखा जाएगा

इसलिए नार्को टेस्ट की मांग की
एसीबी की विशेष टीम में शामिल एडिशनल एसपी चंद्रशेखर शर्मा ने बताया पूर्व कलेक्टर जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसलिए नार्को टेस्ट व वॉइस सैंपल देने की मांग की। लेकिन, आरोपी कलेक्टर ने मना कर दिया। एसीबी अब कोर्ट में कलेक्टर के नार्को टेस्ट व वाइस सैम्पल लेने की मांग करते हुए प्रार्थना पत्र लगा सकती है।