रिश्वत के मामले में गिरफ्तार IAS राव की लॉकअप में बिना सोये गुजरी रात

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कोटा। आईएएस और बारां के पूर्व कलेक्टर इंद्र सिंह राव (58) की गुरुवार की रात कोटा के नयापुरा थाने के लॉकअप में करवटें बदलते हुए गुजरी। रात में ठंड लगने पर उन्होंने कंबल मांगा तो पुलिस ने उन्हें एक और कंबल दिया। रातभर वह सोए नहीं, ज्यादातर देर लॉकअप में बैठे रहे। इससे पहले गुरुवार को कोर्ट से एक दिन की रिमांड मिलने के बाद एसीबी इंद्र सिंह राव को सीधे एसीबी चौकी ले गई। वहां करीब 2 घंटे तक सीनियर अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की। इंद्र सिंह को आज फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा।

गुरुवार शाम को करीब साढ़े 7 बजे तक एसीबी इंद्र सिंह राव को नयापुरा थाने ले आई। वहां उन्हें लॉकअप में बंद कर दिया गया। लगभग साढ़े 9 बजे उन्हें खाना दिया गया। उन्होंने थोड़ा बहुत खाना खाया। लॉकअप में उनके साथ दो अन्य आरोपी भी थे। पूर्व कलेक्टर को ओढ़ने के लिए एक कंबल दिया। इससे पहले एसीबी चौकी में पूछताछ के दौरान कलेक्टर के परिचित खाना लेकर पहुंचे थे। खाना मिठाई के छोटे डिब्बे में लाया गया था। यह खाना उन्हें दिया गया या नहीं। इस बारे में पता नहीं चल पाया है।

पूछताछ में रिश्वत की बात नकारी
उधर, एसीबी चौकी में इंद्र सिंह राव से अधिकारियों ने करीब दो घंटे तक पूछताछ की। ज्यादातर सवालों के जवाब में उन्होंने रिश्वत लेने की बात नकार दी। हालांकि, जब उनकी संपत्ति और कॉल डिटेल्स से जुड़े सवाल पूछे गए तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।

न्यायधीश के घर पर होगी आज पेशी
एसीबी इंद्र सिंह राव को आज फिर से न्यायाधीश के सामने पेश किया जाएगा। न्यायालय में अवकाश होने के चलते ACB की टीम दोपहर में न्यायाधीश के आवास पर पेश करेगी। संभवत: पूर्व कलेक्टर को आज न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा सकता है। गुरुवार को ACB की टीम ने आरोपी कलेक्टर को डीजे कोर्ट में पेश किया था। जहां से जिला जज योगेंद्र कुमार पुरोहित ने इंद्र सिंह राव को 1 दिन के रिमांड पर भेजा था, जो कि शुक्रवार को खत्म हो रही है।

9 दिसंबर को हुई थी पीए की गिरफ्तारी
बारां में 9 दिसम्बर को पेट्रोल पंप की NOC जारी करने की एवज में 1लाख 40 हजार रिश्वत लेते कोटा ACB की टीम ने बारां कलेक्टर इंद्र सिंह राव के पीए महावीर नागर को गिरफ्तार किया था। मीडिया से बातचीत में महावीर ने बड़ा खुलासा किया था। महावीर ने कबूला था कि इतने पैसे छोटा कर्मचारी ले सकता है क्या? उच्चाधिकारी के कहने पर पैसे लिए जाते थे। जो रकम ली गई है वो पूरी ही कलेक्टर को देनी थी। ACB की पूछताछ में PA ने बताया था कि रिश्वत की रकम में कुछ हिस्सा बाबुओं था। बाकी कलेक्टर का हिस्सा था। इसके बाद बुधवार को जयुपर एसीबी की टीम ने इंद्र सिंह राव को पूछताछ के लिए जयपुर ऑफिस बुलाया। वहां उनको गिरफ्तार कर लिया गया था।