कोटा। कोटा रेल मंडल में 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन का परीक्षण शुरु हो गया है। पहले दिन ट्रेन 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी। बुधवार को ट्रेन ट्रायल का दूसरा दिन रहा। ट्रेन को 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया। यानी हवा के माफिक ट्रेन दौड़ाई गई। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि अभी तक का परीक्षण पूरी तरह सफल रहा है। उन्होंने बताया कि भविष्य में यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी, जो करीबन नौ घंटे में दिल्ली से मुंबई तक का सफर तय करेगी। (फाइल वीडियो)
150 किलोमीटर प्रति घन्टे की स्पीड से दौड़ी ट्रेन
आज ट्रेन का परीक्षण महितपुर-शामगढ़ के बीच हुआ। पहले ट्रेन को बिना ट्रॉयल के महितपुर तक ले जाया गया। इसके बाद डाउन लाइन में ट्रेन को 150 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ाया गया। इसके बाद ट्रेन को शामगढ़ से दुबारा बिना ट्रॉयल के महितपुर स्टेशन ले जाया जाएगा। यहां से ट्रेन का दुबारा अधिकतम 160 और 170 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद शामगढ़ से ट्रेन को बिना परीक्षण के कोटा लाया जाएगा। कल 17 दिसम्बर को ट्रेन का परीक्षण 180 की रफ्तार से किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार इस ट्रेन का परीक्षण 6 जनवरी तक चलेगा ।
दूसरी बार कोटा मंडल में 180 किलोमीटर पर दौड़ाई जाएगी ट्रेन
मिली जानकारी के अनुसार कोटा मंडल में यह दूसरा अवसर है जब ट्रेन का परिक्षण अधिकतम 180 किलोमीटर की रफ्तार से किया जा रहा है। इसी साल जून में भी कोटा मंडल में आरडीएसओ की ओर से ट्रेन का परिक्षण किया गया था, लेकिन तब 160 की रफ्तार से ट्रेन दौड़ाई गई थी। वहीं कोटा मंडल में इससे पहले नवंबर 2018 में वंदेमातरम ट्रेन (ट्रेन-18) 180 की रफ्तार से दौड़ चुकी है।