कोटा। Student suicide case: शहर में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे एक और कोचिंग छात्र की आत्महत्या का मामला सामने आया है। मूल रूप से कानपुर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला यह छात्र 2 साल से कोटा में जेईई मेन और एडवांस्ड की तैयारी कर रहा था। छात्र की जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन (JEE MAIN 2025) की परीक्षा 2 अप्रैल को होने वाली थी, लेकिन उसके पहले ही उसने आत्महत्या कर ली। मृतक छात्र के पिता एक साइंटिस्ट हैं और उनका परिवार लखनऊ में रहता है।
जीआरपी थाने के उप निरीक्षक धर्म सिंह ने बताया कि घटना रविवार शाम 6:30 बजे के करीब हुई। सूचना पर मृतक छात्र के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा गया था। उसकी जेब से मिली आईडी के अनुसार उसकी पहचान हुई। मृतक छात्र के पिता को घटना के संबंध में जानकारी दी गई, जिसके बाद वे कोटा पहुंचे। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
मृतक छात्र के पिता ने बताया कि उनका बेटा राजीव गांधी नगर में रहकर 2 साल से कोचिंग कर रहा था। 29 मार्च को उसके बोर्ड एग्जाम खत्म हुए थे और 2 अप्रैल को लखनऊ में जेईई मेन की परीक्षा थी। पिता बेटे को लेने कोटा आ रहे थे, लेकिन रात में यह दुखद सूचना उन्हें मिली। पिता ने आशंका जताई कि बेटा तनाव में था और अपनी बात किसी से साझा नहीं कर पा रहा था। 29 मार्च की रात 11 बजे उससे आखिरी बार बातचीत हुई थी।
पिता ने जानकारी दी कि बेटे ने लखनऊ के लिए बस में रिजर्वेशन भी करा लिया था। पिता ने भरोसा दिलाया था कि वह उसका सारा सामान पैकर्स एंड मूवर्स के जरिए ले आएंगे, लेकिन इसके बाद यह हादसा हो गया। पिता ने बताया कि छात्र पढ़ाई में ब्रिलिएंट तो नहीं था, लेकिन एवरेज से काफी अच्छा था। घर पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। कोटा में वह 2 साल तक काफी अच्छे से रहा, जिससे इस घटना की उम्मीद नहीं थी।