नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन इस साल रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच चुका है। बुधवार को इसमें 4.5% की बढ़ोतरी हुई है, और इसके साथ ही बिटकॉइन की कीमत 20,440 डॉलर यानी करीब 15 लाख रुपए प्रति यूनिट पर पहुंच गया है। इस साल इसकी कीमत में 170% से अधिक बढ़ोतरी हुई है। तुरंत मुनाफे के लिए बड़े निवेशक इसका रुख कर रहे हैं जिससे इसकी कीमत तेजी से बढ़ रही है।
इस साल अब तक इसकी कीमत 170% बढ़ चुकी है। कोरोना के बाद मार्च में बिटकॉइन की कीमत 4000 डॉलर प्रति यूनिट के नीचे चली गई थी। लेकिन, अब डॉलर के कमजोर होने की वजह से बिटकॉइन ने तेजी से वापसी की है। वहीं सोने की कीमत में हाल में आई गिरावट के कारण भी निवेशकों की क्रिप्टोकरेंसीज में रूचि बढ़ी है।
क्रिप्टोकरेंसी में तेजी की एक वजह ये भी
दुनिया की सबसे बड़ी असेट मैनेजमेंट फर्म ब्लैकरॉक (BLK) ने अनुमान जताया है कि सेफ हेवन चॉइस के तौर पर बिटकॉइन एक दिन गोल्ड की जगह ले सकता है। इसे भी बिटकॉइन की कीमतों में तेजी की वजह माना जा रहा है। छोटी क्रिप्टोकरेंसी में शुमार इथेरियम, XRP, लाइटकॉइन और स्टेलर की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से भी बिटकॉइन में तेजी आ रही है।
क्या होता है बिटकॉइन?
बिटकॉइन एक वर्चुअल यानी आभासी मुद्रा है। इसे डिजिटल करेंसी भी कहा जाता है। बिटकॉइन ऐसे करेंसी है जिसे ना तो आप देख सकते हैं और ना ही आप छू सकते हैं। यह इलेक्ट्रॉनिक रूप में ही स्टोर होती है।
2008 में हुई थी शुरुआत
बिटकॉइन की खोज 2008 में हुई थी। आधिकारिक रूप से बिटकॉइन 2009 में लॉन्च हुआ था। भारत में अभी बिटकॉइन समेत किसी भी क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता नहीं मिली है।