कोटा और बारां में CNG स्टेशंस की संख्या मार्च 2021 तक 15 हो जायेगी

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टोरेंट गैस के 42 सीएनजी स्टेशंस और 3 सिटी गेट स्टेशन्ंस का केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने किया लोकार्पण

कोटा/बारां। दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस व इस्पात मंत्री, धर्मेन्द्र प्रधान ने आज टोरेंट गैस के 42 सीएनजी स्टेशन्ंस और 3 सिटी गेट स्टेशंस का लोकार्पण किया। अब राजस्थान के कोटा और बारां में सीएनजी स्टेशंस की संख्या 8 से बढ़कर मार्च 2021 तक 15 हो जायेगी और इस प्रकार दोनों जिलों में सीएनजी व्यापक रूप से उपलब्ध हो सकेगा। ये सीएनजी स्टेशन्स विभिन्न राज्यों में हैं – उत्तर प्रदेश में 14, महाराष्ट्र में 8, गुजरात में 6, पंजाब में 4 और तेलंगाना व राजस्थान में 5-5 सिटी गेट स्टेशंन्स उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और पंजाब में एक-एक हैं। देश में टोरेंट गैस द्वारा सीएनजी स्टेशन्ंस बनाये जा रहे हैं और सीजीडी ढांचा तैयार किया जा रहा है।

इन 42 सीएनजी स्टेशन्ंस के पूरा होने के साथ, टोरेंट गैस ने लघु समयावधि में 100 सीएनजी स्टेशंस शुरू करने की उपलब्धि हासिल कर ली है। टोरेंट गैस को 7 राज्यों और 1 केंद्रशासित प्रदेश के 32 जिलों में सिटी गैस डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क स्थापित करने की अनुज्ञप्ति प्राप्त है।

इस मौके पर धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा, कोविड-19 महामारी के चलते पैदा हुई चुनौतीपूर्ण स्थिति के बावजूद टोरेंट गैस द्वारा हासिल उपलब्धि विशेष प्रशंसा के योग्य है। देहाती क्षेत्रों में प्राकृतिक गैस को उपलब्ध कराने से उपभोक्ता स्वच्छ और सस्ते ईंधन को उपयोग में लाने के लिए प्रोत्साहित होंगे, जिसका पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और बड़े पैमाने पर लोग इससे लाभान्वित हो सकेंगे।

भारत सरकार इस देश में सीएनजी स्टेशन्ंस की संख्या को वर्तमान लगभग 2,300 से बढ़ाकर अगले 4-5 वर्षों में 10,000 तक करना चाहती है। प्रधानमंत्री की सोच के अनुरूप नवीनतम गैस अवसंरचना के निर्माण में सीजीडी इंडस्ट्री को प्रमुख भूमिका निभानी है। सीजीडी इंडस्ट्री को और अधिक प्रोत्साहन देने हेतु भारत सरकार द्वारा कई कदम उठाये जा रहे हैं और सामान्य लोगों को किफायती दरों पर गैस उपलब्ध कराया जा रहा है।

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने सीजीडी कंपनियों को व्यापक एनर्जी रिटेलर्स बनने और उनकी सेवाओं व भुगतान प्रणालियों को डिजिटल बनाने का आह्वान किया, ताकि आने वाले दिनों में लोगों के घर पर ऊर्जा उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि ऊर्जा क्षेत्र में डिजिटलीकरण के चलते किस तरह से रोजगार का सृजन हो सकता है, आयात पर निर्भरता घट सकती है और आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ा जा सकता है।

इस अवसर पर टोरेंट गैस के निदेशक जीनल मेहता ने कहा टोरेंट गैस, देश में सीएनजी और पीएनजी को व्यापक रूप से उपलब्ध कराने और भारत में उपलब्ध ऊर्जा में से प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी को वर्ष 2030 तक 6.2 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने के भारत सरकार के संकल्प को पूरा करने में योगदान देने के अपने उद्देश्य के प्रति वचनबद्ध है। अनुमान है कि व्यापक रूप से उपलब्ध प्राकृतिक गैस से इन क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास में सहयोग मिलेगा।

टोरेंट गैस, देश में सीजीडी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में अगले पांच वर्षों में कुल 8,000 करोड़ रु. के निवेश का इरादा रखता है। टोरेंट गैस कम समय के भीतर 100 सीएनजी स्टेशन्ंस स्थापित कर चुका है। अब हम हमारे अधिकृत क्षेत्रों में उद्योगों व आवासों के लिए व्यापक तौर पर पीएनजी उपलब्ध कराने के अलावा मार्च 2021 तक 200 तक सीएनजी स्टेशंन्स स्थापित करने के हमारे निकट-अवधि लक्ष्य और मार्च 2023 तक 500 सीएनजी स्टेशंन्स स्थापित करने के मध्यम-अवधि लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।