बाघों की मौत की जांच में सभी पक्षों को शामिल किया जाए, बाघ मित्र ने कहा

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कोटा। बाघ मित्रों ने कहा है कि मुकुंदरा टाईगर रिजर्व में बाघों की संदिग्घ अवस्था में मौतों को लेकर नेशनल टाईगर कंजर्वेशन ऑथोरिटी (एनटीसीए) की जांच तब तक अधूरी मानी जाएगी जब तक सभी संबंधित पक्षों को जांच में शामिल नहीं किया जाता।

बाघ मित्र के संयोजक बृजेश विजयवर्गीय, यज्ञदत्त हाड़ा एवं एसएन श्रीवास्तव आदि ने कहा कि बाघों की लगातार मौत साधारण मौत कोई साधारण घटना नहीं है। एनटीसीए की जांच टीम को संबंधित पर्यावरण तथा वन्यजीव स्वयंसेवी संस्थाओं और जन प्रतिनिधियों से भी पक्ष जानना चाहिए कि बाघों की मौत और ईलाज में हो रही अनदेखी के वास्तविक कारण क्या है।

केवल अधिकारी वर्ग से पूछताछ करके चले जाने से तो यही लगता है कि गुपचुप जांच होगी और कभी सही तथ्य सामने नहीं आ पाऐंगे। बाघ मित्रों ने कहा कि बाघों की देखरेख और प्रोजेक्ट्स को सिर्फ अधिकारियों के भरोसे छोड़ने से वर्षों की हाड़ौती के लोगों की साधना पर पानी फिर गया है। मुकुंदरा में अब भी स्थिति संतोषजनक नहीं कही जा सकती। इसके लिए बाघ मित्रों की ओर से एनटीसीए के महानिर्देशक को पत्र प्रेषित किया जाएगा।