गर्भवती महिलाओं के लिए पौष्टिक आहार पहली प्राथमिकता: स्पीकर बिरला

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जच्चा-बच्चा स्वस्थ रहे यह हम सभी की जिम्मेदारी: उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी

कोटा। कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में गरीब एवं वंचित वर्ग की गर्भवती महिलाओं के उचित पोषण एवं स्वास्थ्य सुरक्षा के उद्देश्य से संचालित ‘‘सुपोषित मां’’ अभियान के तीसरे चरण का शुभारम्भ शुक्रवार को यहां छप्पन भोग परिसर से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एवं उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने किया। कार्यक्रम में गरीब एवं अभावग्रस्त परिवारों की 1500 गर्भवती महिलाओं को पोषण किट वितरित किए गए।

मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि समाज की आने वाली पीढ़ी स्वस्थ हो एवं गर्भवती महिलाओं को पर्याप्त पोषण मिल सके इस उद्देश्य से सुपोषित मां अभियान शुरू किया गया था। गरीब एवं वंचित वर्ग की गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर नौ माह तक उनकी निःशुल्क जांच एवं पौष्टिक आहार का इंतजाम करना इस अभियान की पहली प्राथमिकता है।

उन्होंने उपस्थित लोगों का आव्हान किया कि उनके मोहल्ले, गांव-ढाणी में कहीं भी ऐसी गर्भवती महिला मिले जिसे गरीबी के कारण पौष्टिक आहार नहीं मिल पा रहा हो उनकी जानकारी उपलब्ध कराएं ताकि सुपोषित मां अभियान के तृतीय चरण में उनके पोषण की भी जिम्मेदारी उठाई जा सके।

श्री बिरला ने कहा कि गरीब एवं वंचित वर्ग की गर्भवती महिलाओं की चल चिकित्सालय के माध्यम से निःशुल्क जांच एवं आवश्यकता होने पर निःशुल्क दवाएं उपलब्ध कराने के भी प्रयास किए जाएंगे। अभावग्रस्त महिलाओं को आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

महिलाओं को घर बैठे निश्चित आमदनी हो सके इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नए वर्ष में नए संकल्प के साथ कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र के हर गांव-ढाणी में महिलाएं आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनें और आर्थिक रूप से गरीब परिवार में पैदा होने वाली बेटियों को आर्थिक व सामाजिक सुरक्षा मिले इस दिशा में कार्य किया जाएगा।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि गर्भवती महिलाओं के पोषण का ध्यान रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है। लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने इस ओर सकारात्मक कदम उठाते हुए वर्ष 2020 में सुपोषित मां अभियान की शुरुआत की।

उन्होंने नई पीढ़ी को जन्म देने वाली गर्भवती महिलाओं के साथ ही होने वाले बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए पोषण किट उपलब्ध कराने का बीडा उठाया, यह हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि आगामी बजट में गर्भवती महिलाओं के पोषण के संबंध में योजना लाने के बारे में मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी।

उन्होंने गर्भवती महिलाओं से आग्रह किया कि वे अपने पोषण पर उचित ध्यान दें। परिवार के लोग भी गर्भवती महिला के स्वास्थ्य का ध्यान रखें ताकि उन्हें सही पोषण मिले, उनका स्वास्थ्य अच्छा रहे और वे एक स्वस्थ शिशु को जन्म दें।

इस अवसर पर प्रतीकात्मक रूप से 20 गर्भवती महिलाओं को पोषण किट प्रदान किए गए। कार्यक्रम में कुल 1500 महिलाओं को ये पोषण किट वितरित किए गए। साथ ही, गर्भवती महिलाओं की निःशुल्क जांच करने वाली 5 महिला चिकित्सकों को भी सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, लाडपुरा विधायक कल्पना देवी, कोटा दक्षिण महापौर राजीव अग्रवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष राकेश जैन, प्रेम गोचर सहित अन्य अतिथि एवं लाभार्थी महिलाएं उपस्थित रहीं।

सुपोषित मां अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव तक प्रतिमाह पोषण किट, चिकित्सकीय परामर्श, निशुल्क दवाइयां और नियमित वैक्सिनेशन की सुविधा दी जाएगी। उल्लेखनीय है की पिछले 5 वर्षों में इस अभियान के अंतर्गत 15 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं को 1 लाख से अधिक पोषण किट प्रदान की गई हैं।

गर्भावस्था में महिलाओं को आवश्यक पोषण व संतुलित आहार मिले, इसके लिए विशेषज्ञ डॉक्टर्स व न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह पर गर्भवती महिलाओं के लिए यह पोषण किट तैयार की गई है। इस पहल के सकारात्मक परिणाम भी परिलक्षित हुए हैं। गर्भवती महिलाओं में पोषण की कमी दूर हुई है, प्रसव में होने वाली जटिलताओं में कमी आई है, और स्वस्थ शिशुओं का जन्म हुआ है।