कोरोना मरीज की जान बचाने के लिए देर रात एक कॉल पर आया प्लाज्मा डोनर

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कोटा। एमबीएस ब्लड बैंक के कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित आने के बाद प्लाज्मा डोनेशन बंद कर दिया था लेकिन संयुक्त प्रयासों से इसे फिर से शुरू कर दिया गया और देर रात प्लाज्मा डोनेशन हुआ और रात दो बजे बाद मरीज को चढा भी दिया गया। टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब जोन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने बताया कि एक दिन में करीब 12 से 14 लोगों को प्लाज्मा चढ़ाया जा रहा है।

मंगलवार रात को नए अस्पताल में भर्ती बारां निवासी की तबीयत खराब होने पर उन्हें प्लाज्मा की आवश्यकता थी, मरीज की जान बचाने के लिए कई संगठनों ने प्रयास किया उसके बाद एक डोनर आना अपेक्षित था लेकिन वह किसी कार्य से नहीं आ सका। इस दौरान टीम के मनीष माहेश्वरी के प्रयास से तलवंडी निवासी भूपेन्द्र सिंह को कॉल किया गया तो वह सहज ही तैयार हो गए और रात 11 बजे एमबीएस ब्लड बैंक पहुंचे जहां सारी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद उन्होंने प्लाज्मा डोनेशन किया।

रात दो बजे बाद प्लाज्मा मरीज को चढ़ाया जा सका। गुप्ता ने बताया कि कई ऐसे मरीज थे जो दिन में परेशान होते रहे लेकिन उन्हें कोटा में प्लाज्मा नहीं मिला। कई लोगों को दिल्ली व जयपुर से प्लाज्मा लाने तक के लिए चर्चा चल रही थी, लेकिन सभी के प्रयासों से रात को प्लाज्मा डोनेशन शुरू कर दिया गया। देर रात होने के चलते इस डोनेशन में काफी समस्या आई लेकिन अंकित जैन व हर्षा जैन के विशेष प्रयास से डोनेशन संभव हो पाया जिसमें दीपक जैन, चिराग अरोडा, मनीष माहेश्वरी का सहयोग रहा।

लेब टेक्नीशियन ने भी किया प्लाज्मा डोनेशन
भुवनेश गुप्ता ने बताया कि ओ पॉजिटिव की लगातार आवश्यकता पर टीम के विपुल गुप्ता के प्रयास से केशवुपरा निवासी ओम प्रकाश गौतम (32) ने बुधवार को प्लाज्मा डोनेशन किया। गौतम ने कहा कि लैब में कार्य करते हुए कई लोगों को परेशान होते देखा है, ऐसे में दूसरों के दुःख को कम करने की सोच ही यहां तक ले आई। गुप्ता ने कहा कि अब तक 79 डोनेशन हो चुके हैं, इसके अतिरिक्त कुछ डोनेशन रात तक भी जारी रहे। कोटा में अब तक करीब 150 से अधिक लोगों को प्लाज्मा चढ़ाया जा चुका है, जिनकी रिकवरी काफी तेजी से हुई हैं।