नई दिल्ली। पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष 50 फीसदी नीट केंद्र बढ़ाए गए हैं। सरकारी सूत्रों ने संकेत दिया है कि इन परीक्षाओं के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। केंद्र सरकार ने मेडिकल दाखिले से जुड़ी राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) और इंजीनियरिंग में नामांकन से संबंधित संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) आयोजित कराने का फैसला लिया है। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर जेईई मेंस और नीट परीक्षाओं को स्थगित करने की अफवाहों के बाद एनटीए का बयान सामने आया।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने परीक्षाओं की बाबत जारी दिशानिर्देश में कहा है कि परीक्षार्थियों के लिए मास्क और ग्लव्स (दस्ताने) पहनना अनिवार्य है। जिनके पास यह नहीं होगा, उन्हें सेंटर पर इसे उपलब्ध कराने के लिए भी कहा गया है। बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि नीट यूजी-2020 के साथ ही जेईई (मुख्य) 2020 को स्थगित करने की मांग न्यायसंगत नहीं लग रही है। महामारी की स्थिति है, लेकिन छात्रों के कैरियर को लंबे समय तक अधर में नहीं लटकाया जा सकता।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनटीए) ने 1-6 सितंबर को होने जा रही जेईई (मेन) के लिए प्रवेश पत्र जारी कर दिए हैं। 8,58,273 प्रतिभागियों में से 6,49,223 ने अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिया है। कुल प्रतिभागियों में से 99.07 फीसद को उनकी पहली पसंद के केंद्र आवंटित किए गए हैं। 13 सितंबर को आयोजित होने जा रही नीट (यूजी) के लिए प्रवेश पत्र जल्दी ही जारी किए जाएंगे।
इस बीच भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिक्षा मंत्रालय को मेडिकल में दाखिले से जुड़ी राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) और इंजीनियरिंग में दाखिले से संबंधित संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) को दिवाली तक टालने का निर्देश देने की मांग की है। भाजपा नेता ने कहा है कि ऐसा नहीं होने पर युवाओं की आत्महत्या की घटनाएं सामने आ सकती हैं।