कोटा। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि हमने राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार से लॉकडाउन के समय के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों, उद्योगों, हॉस्टलों के तीन माह के बिजली के बिलों को माफ किए जाने और 6 माह तक बिजली की दरों में 15% छूट दिए जाने एवं एक वर्ष तक स्थाई शुल्क नहीं लिये जाने की मांग की है।
यह जानकारी आज उन्होंने न्यू कोटा हॉस्टल एसोसिएशन को दी। उन्होंने बताया कि शहर के सभी वर्ग, प्रशासनिक अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कोटा में कोचिंग पुनः कैसे शुरू हो। उसके लिए सभी मिलजुल कर सार्थक प्रयास कर रहे हैं। सबसे बड़ी चुनौती कोचिंग विद्यार्थियों को कोरोना वायरस से बचाने की है।
न्यू कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक लोढा ने बताया कि उनके द्वारा मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए कई विद्यार्थियों से किराया एवं बिजली के बिल की राशि भी नहीं ली है। आज हॉस्टल पूरी तरह से बंद होने पर हमारी आर्थिक स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है। लोढा ने बताया कि जिन बिजली बिलों की जमा करने आखरी तारीख 30 जून है, उन्हें माफ कराया जाए। उन्होंने गाइडलाइन का पालन हुए कोटा में शीघ्र कोचिंग शुरू करवाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर कोचिंग शुरु नहीं हुई तो हॉस्टल संचालक बर्बाद हो जाएंगे।
पुलिस के कोरोना योद्धाओं का सम्मान
इससे पहले न्यू कोटा हॉस्टल एसोसिएशन ने लायन्स क्लब झालावाड रोड पर कोरोना योद्धा के रूप में अपनी भूमिका निभा रहे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी, पुलिस उप अधीक्षक भगवत सिंह हिंगड़ एवं पुलिस उप अधीक्षक संजय शर्मा का लॉकडाउन में 75 दिनों तक शहर में 18 घंटे लगातार सेवाएं देने पर माल्यार्पण कर शाल ओढ़ाकर सम्मान किया गया।
न्यू कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक लोढा, परमेंद्र सिंह काकू, सुखदेव सिंह एवं पंकज लोढा ने बताया कि पुलिस प्रशासन के सहयोग से लॉकडाउन के समय कोटा व्यापार महासंघ के सानिध्य में पूरे शहर में भोजन व्यवस्था सुचारू रूप से चली। जोनल मजिस्ट्रेट सुनीता डांगा द्वारा कैथूनीपोल कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र में कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी को राशन के किट एवं भोजन की कमी बताई, तब हमें वहां जाने की इजाजत दी गई।
लोढा ने बताया कि साथ ही लैंडमार्क क्षेत्र में पुलिस उप अधीक्षक भगवत सिंह हिंगड़ एवं जवाहर नगर क्षेत्र के पुलिस उप अधीक्षक संजय शर्मा के प्रयासों से 15 दिनों तक बसों एवं ट्रेनों में जाने वाले 50 हजार से अधिक कोचिंग विद्यार्थियों को सकुशल पहुंचाने में जो सहयोग किया, वह भी सराहनीय है। इस कार्य में कोचिंग संस्थानों के साथ पुलिस अधीक्षक कुंदन यादव एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।