कोटा। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कोटा से उदयपुर शिफ्ट होने जा रहे स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के आंचलिक कार्यालय (DGM Office) को तत्काल प्रभाव से रुकवा दिया है। बैंक प्रबंधन ने भी आंचलिक कार्यालय शिफ्ट नहीं करने का भरोसा दिलाया है।अंचल कार्यालय कोटा में ही रहने से व्यापार एवं उद्योग जगत समेत सभी वर्गों ने राहत महसूस की है।
व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन और महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि (डीजीएम ऑफिस) जो बरसों से कोटा में ही चल रहा था। उसे 1 जून से उदयपुर में शामिल करने के निर्णय से हाड़ौती के लोगों में निराशा व्याप्त हो गई थी। ऐसे में कोटा व्यापार महासंघ ने इसका विरोध करते हुए अंचल कार्यालय को रुकवाने की पहल की।
कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव माहेश्वरी ने बताया कि 18 फरवरी 2020 को इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। दी एसएसआई एसोसियेशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविन्दराम मित्तल, पूर्व अध्यक्ष अनिल मून्दड़ा के नेतृत्व में महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भेंट कर भारतीय स्टेट बैंक के अंचल कार्यालय को कोटा से अन्यत्र स्थापित करने की कार्यवाही को तुरन्त रुकवाने की मांग की थी।
उस दौरान लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने महासंघ के प्रतिनधिमंडल को भरोसा दिलाया था कि भारतीय स्टेट बैंक के अंचल कार्यालय को अन्यत्र नहीं ले जाने दिया जायेगा। इसके लिए वे उच्च अधिकारियों से वार्ता करेंगे।
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व्यापार महासंघ के अध्यक्ष जैन और महासचिव माहेश्वरी ने बताया कि 21 मई को महासंघ के बैनर तले उपाध्यक्ष सुरेन्द्र गोयल विचित्र ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को ट्वीट करके इस निर्णय को न्यायोचित नहीं बताते हुए इस पर तुरंत कार्रवाई करने का निवेदन किया था।
उन्होंने बताया कि दूसरे दिन ही लोकसभा स्पीकर के कार्यालय द्वारा सुरेन्द्र गोयल विचित्र से पूरी जानकारी ली गई और बैंक के उच्च अधिकारियों को अवगत कराया। शनिवार को बिरला ने कहा कि एसबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस निर्णय पर कार्रवाई करते हुए अंचल कार्यालय कोटा से नहीं हटाने का आश्वासन दिया है।
आपको बता दें कोटा स्थित अंचल कार्यालय में कोटा, बूंदी, बांरा, झालावाड़, अजमेर, टोंक जिले की 220 शाखाएं कार्यरत हैं। बड़ी संख्या में किसान, उद्यमी, कोचिंग संस्थान, व्यापारी व आमजन इन शाखाओं से जुड़े हुए हैं। व्यापार महासंघ के तीनों पदाधिकारियों ने इस निर्णय को बदलवाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का आभार व्यक्त किया है।