रिलायंस जियो की फेसबुक के साथ बड़ी डील, छोटे व्यापारियों को मौका

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मुंबई। दिग्गज टेक कंपनी फेसबुक द्वारा भारत के दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो में 43,574 करोड़ रुपए के निवेश के बड़े सौदे से अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों की टेलीकॉम कंपनियों के साथ रिश्तों की पुरानी कड़ी में एक और नई कड़ी जुड़ने की कहानी है। इसके साथ ही माइक्रोसॉफ्ट, गूगल और अन्य कंपनियों की भारतीय कंपनियों में दिलचस्पी बढ़ती जा रही है।

2019 में रिलायंस जियो ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ 10 साल की डील की घोषणा की ताकि ऑपरेटर को पूरे भारत में बड़े डेटा सेंटर्स का नेटवर्क स्थापित करने में मदद मिल सके। जियो ने घोषणा की थी कि वह स्टार्टअप्स को संयुक्त क्लाउड-माइक्रोसॉफ्ट ऐप इंफ्रास्ट्रक्चर भी मुफ्त में और माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज को 1500 रुपये के मासिक शुल्क पर उपलब्ध कराएगा।

यूजर्स की व्यक्तिगत जानकारी हो सकती है साझा
एक तरफ जबकि उपयोगकर्ताओं को सीधे विज्ञापन के लिए B2C बाजार की अपनी सीमाएं हैं, दोनों को व्यवसाय के संदर्भ में ट्रैक किया जा सकता है और उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी साझा किया जा सकता है। यह छोटे और मध्यम व्यवसायों के माध्यम से B2B वाली तकनीकी कंपनियों की पहुंच देश भर में हाइपरलोकल व्यवहार पैटर्न के जरिए पहुंच देगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या एआई, ई-गवर्नेंस और क्षेत्रीय भाषा प्लेटफार्मों में स्टार्टअप्स में रिलायंस का हालिया निवेश इस पेशकश को और भी आकर्षक बना देता है, जो भारतीय इंटरनेट प्रणाली तंत्र में एक बड़े तकनीकी युद्ध के लिए मंच प्रदान करता है।

कोविड-19 के बाद भारत में आर्थिक सुधार-मुकेश अंबानी
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी कहते हैं कि “हमारी साझेदारी के मूल में यह प्रतिबद्धता है कि फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग और मैं भारत के चौतरफा डिजिटल परिवर्तन के लिए और सभी भारतीयों की सेवा के लिए प्रतिबध्द हूं। कोरोना के बाद के दौर में मुझे कम से कम समय में भारत के आर्थिक सुधार और पुनरुत्थान का भरोसा है। उन्होंने बताया कि यह साझेदारी निश्चित रूप से इस बदलाव में महत्वपूर्ण योगदान देगी।

रोजगार के नए अवसर
अंबानी ने कहा, “निकट भविष्य में, जिओ का नया डिजिटल कॉमर्स प्लेटफॉर्म JioMart और व्हाट्सएप- लगभग 3 करोड़ छोटी भारतीय किराना दुकानों को अपने पड़ोस के हर ग्राहक के साथ डिजिटल रूप से लेनदेन करने का अधिकार देगा। इसका मतलब है कि आप सभी आसपास की स्थानीय दुकानों से दिन-प्रतिदिन की वस्तुओं की तेजी से डिलीवरी का ऑर्डर दे और प्राप्त कर सकते हैं”। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही छोटे किराने अपना अपना कारोबार बढ़ा सकते हैं और डिजिटल प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करते हुए रोजगार के नए अवसर पैदा हो सकते हैं।

वैश्विक महामारी का मुकाबला मिलकर करें
फेसबुक ने कहा, “हमारा लक्ष्य सभी प्रकार के व्यवसायों के लिए नए अवसरों को सक्षम करना है, पर भारत में 6 करोड़ से अधिक छोटे व्यवसायों पर हमारी विशेष नजर होगी। वे देश में नौकरियों का एक बहुत बड़ा हिस्सा है तथा शहरी और ग्रामीण समुदायों की आत्मा जैसे रचे बसे हैं। कोरोनावायरस के दौर में यह महत्वपूर्ण है कि हम अब इस वैश्विक महामारी का मुकाबला मिलकर करें।