जयपुर। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच राजस्थान में कोरोना वायरस पॉजिटिव पहले मरीज की मौत हुई है। जानकारी के अनुसार, प्रदेश के भीलवाड़ा में कोरोना वायरस से संक्रमित 73 वर्षीय नारायण सिंह की गुरुवार को मौत हो गई।
नारायण सिंह की मौत पर संशय की स्थिति उत्पन्न हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने सिंह की कोमा अवस्था में कोराना की जांच करवाई थी, जो पॉजिटिव आई थी। बाद में 26 मार्च को उनकी मौत हो गई। अब उनकी मौत पर कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। कुछ लोग मौत का कारण कोराना मान रहे हैं तो उधर स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मौत का कारण पूर्व ग्रसित बीमारियां हैं।
नारायण सिंह को तीन मार्च को ब्रेन स्ट्रोक यानि लकवा आने के कारण भीलवाड़ा के निजी ब्रजेश बांगड अस्पताल में भर्ती करवाया। वे 3 से 11 मार्च तक यहां बांगड अस्पताल में ही भर्ती रहे। तबीयत में सुधार नहीं होने पर डॉक्टरों ने सिंह को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया और परिजन उन्हें घर ले आए।
20 मार्च को भीलवाड़ा जिले में डॉक्टर नियाज, डॉक्टर आलोक मित्तल एवं अन्य के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग ने सर्वे का काम शुरू करवाया। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में पाया गया कि नारायण सिंह भी 3 से 11 मार्च तक बागड़ अस्पताल में भर्ती थे। एहतियात के तौर पर सिंह के कोरोना जांच के नमूने लिए गए, जिसमें वह कोविड 19 पॉजिटिव पाया गया।
उसके बाद 26 मार्च को सिंह की मृत्यु जो गई।
अब यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि सिंह की मृत्यु कोरोना वायरस से हुई या दूसरी बीमारियों से। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सिंह कोरोना पॉजिटिव आने से पहले ही किडनी फैलियर व ब्रेन स्ट्रोक के कारण कौमा में थे। इसलिए मृत्यु का कारण कोरोना नहीं हो सकता है।
पूर्व में इटली के नागरिक की हो चुकी है मौत
सवाई मानसिंह अस्पताल में 29 फरवरी को इटली दंपत्ती को कोरोना वायरस का संदिग्ध मानते हुए भर्ती करवाया गया था। बाद में उनकी जांच में कोरोना पॉजिटिव आया। कुछ दिन उपचार के बाद दोनों इटली दंपत्ती को एसएमएस अस्पताल के डॉक्टरों ने कोरोना फ्री घोषित कर दिया। 20 मार्च को जयपुर के एक निजी अस्पताल में इटली नागरिक की मौत हो गई। ये इटली नागरिक भी फेफडों तथा मधुमेह की गंभीर स्थिति में था।