राजस्थान बजट/ ऑनलाइन होंगे ऐतिहासिक अभिलेख, रिसर्च होगी आसान

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कोटा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को राज्य विधानसभा में पेश किए गए राज्य बजट में कई घोषणाएं कीं। बजट में राजस्थान राज्य अभिलेखागार कोटा कार्यालय में उपलब्ध ऐतिहासिक अभिलेखों का डिजिटलाइजेशन और माइक्रोफिल्मिंग कर उन्हें ऑनलाइन किए जाने को लेकर भी घोषणा की गई।

अभिलेखों के ऑनलाइन होने से देश-विदेश के रिसर्चर और आमजन इन अभिलेखों यानी आर्काइव्ज की आसानी से स्टडी कर सकेंगे। राज्य सरकार की ओर से कोटा सहित बीकानेर, जयपुर, भरतपुर, उदयपुर, अजमेर और अलवर के कार्यालय में अभिलेखागार के लिए 10 करोड़ का बजट जारी किया है।

उल्लेखनीय है कि कोटा अभिलेखागार में 300 साल से अधिक प्राचीन रिकॉर्ड के करीब चार हजार से अधिक बस्तों और साढ़े तीन हजार से अधिक बहियों का रिकॉर्ड है। यह पांच मंजिला भवन में हैं। यहां के रिकॉर्ड में बूंदी के शासक राव रतन के दिवंगत होने के बाद माधोसिंह ने विधिवत अपना राज्याभिषेक 1632 में करवाया था।

इसके रिकॉर्ड के अलावा कोटा राज्य के तीज त्यौहार से लेकर यहां के रियासत के खर्च सहित अन्य रिकॉर्ड शामिल है। सबसे बड़ी बात है कि कोटा रियासत भी हर साल अपनी रिपोर्ट अंग्रेजी में प्रकाशित करती थी। ऐसे में यहां का रिकॉर्ड, अंग्रेजी, हाड़ौती, हिन्दी और उर्दू में भी है। यह रिकॉर्ड राजस्थान में उपलब्ध रिकॉर्ड की प्राचीनता की दृष्टि से कोटा दूसरे नंबर पर आता है। पहला स्थान जयपुर का आता है।

कोटा संभाग को बजट में क्या मिला

  • कोटा के मेडिकल कॉलेज से संबंध मुख्य चिकित्सालयों को ऑर्गन रिट्रीवल सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा
  • कोटा में नगर विकास न्यास द्वारा अंडरपास एवं एलिवेटेड सड़क का निर्माण, 250 करोड़ रुपए का व्यय
  • कोटा में ऑक्सीजोन के निर्माण पर न्यास द्वारा करीब 100 करोड़ का व्यय, देवनारायण एकीकृत आवासीय योजना पर अनुमानित व्यय 330 करोड़ रुपए का होगा
  • रीको द्वारा बूंदी में नवीन औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना
  • कोटा और बूंदी में गुरुनानक जयंती पार्क की स्थापना।