जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को पेश किए राज्य के बजट में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से जुड़े सभी विभागों के लिए 14 हजार 533 करोड़ 37 लाख रुपए का प्रावधान किया है। साल 2019 में शुरू किए गए निरोगी राजस्थान पर मुख्य फोकस किया गया है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने 100 करोड़ रुपए के निरोगी राजस्थान प्रबंध कोष के गठन की घोषणा भी की। साथ ही इस कोष में से हर जिले को एक करोड़ रुपए अभियान प्रबंधन, प्रचार-प्रसार, परिचर्चा एवं गोष्ठियों के आयोजन के लिए दिए जाएंगे।
अगले साल सरकार प्रदेशवासियों का डिजिटल हैल्थ सर्वे कराएगी। निशक्तता की पहचान के लिए जिला स्तर पर अर्ली इंटरवेंशन सेंटर की स्थापना की जाएगी जिससे समय पर इलाज प्रारंभ हो सके।
बजट में की गईं घोषणाएं
- पीपाड़ सिटी और फलौदी के राजकीय अस्पताल को जिला चिकित्सालय का दर्जा दिया जाएगा।
- राजकीय चिकित्सालय, ओसियां में मदर एंड चाइल्ड केयर सेंटर खोला जाएगा।
- जालौर के सांचोर, चूरू जिले के तारानगर, पाली के सोजत तथा जोधुपर के लोहावट, बालेसर और भोपालगढ़ के राजकीय अस्पतालों में ट्रोमा सेंटर खोले जाएंगे।
- कैंसर की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए कैंसर रजिस्ट्री सिस्टम शुरू किया जाएगा। इसमें राजकीय एवं निजी अस्पतालों में कैंसर मरीजों का पंजीयन अनिवार्य होगा।
- प्रदेश में जहां भी पीपीपी मोड संभव होगा वहां के जिला अस्पतालों एमआरआई/ सीटी स्कैन सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके साथ ही जयपुर, जोधपुर एवं बीकानेर में कैंसर की जांच के लिए पीईटी सीटी स्कैन मशीन उपलब्ध करवाई जाएगी।
- 150 चिकित्सा संस्थानों में डेंटल चेयर विद एक्स रे मशीन की स्थापना की जाएगी। इनके संचालन के लिए अलग से गाइड लाइन जारी की जाएगी।
- स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए नए सब सेंटर पीएचसी, सीएचसी खेलने अथवा इनके क्रमोनयन के लिए क्राइटेरिया तय किया जाएगा। भविष्य में चिकित्सा संस्थान क्राइटेरिया के आधार पर खोले अथवा क्रामेन्न किए जाएंगे जिससे निरोगी राजस्थान कार्यक्रम को मजबूती मिले ओर डाक्टर तथा स्टाफ की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।
- प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में बेहर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के क्रम में कुल एक हजार बैड बढ़ाने की घोषणा।
चिकित्सा शिक्षा
- उदयपुर, कोटा, अजमेर एवं बीकानेर के चिकित्सा महाविद्यालयों को ऑर्गन रिट्रिवल सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा।
- सवाईमानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय, जयपुर में लीवर ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू करने के लिए गेस्ट्रो सर्जरी विभाग की स्थापना होगी। इसके लिए इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बाइलियरी साइंसेज, नई दिल्ली के साथ एमओयू किया जाएगा।
- आगामी सालों में यहां अंग प्रत्यारोपण विभाग भी शुरू किया जाएगा। इसके लिए सर्जिकल गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी के सहायक आचार्य के चार पद स्वीकृत किए गए हैं। इसके अलावा महाविद्यालय में जूनियर रेजिडेंट के 69 पदों को सीनियर रेजिडेंट में क्रमोन्नत किया जाएगा।
- जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में पिडियाट्रिक कैथलैब की स्थापना की जाएगी।
- एमएमएस जयपुर में कॉटेज वार्ड के स्थान पर जी+8 मंजिला नया आई पीडी भवन बनाना प्रस्तावित है। इसमें कॉटेज वार्ड के साथ सामान्य वार्ड सुविधा भी विकसित होगी। दो वर्ष में पूर्ण होने वाले इस कार्य पर 28 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
- एसएमएस जयपुर में न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग की स्थापना की जाएगी। इस पर दो वर्ष में 20 करोड़ रुपए का व्यय होगा। साथ ही ब्रेन ट्यूमर सेरिब्रल एंजियोग्राफी और स्टेंटिंग के रोगियों के इलाज के लिए 10 करोड़ रुपए की लागत से डीएसए मशीन स्थापित की जाएगी।
- जयपुर में कैसर के उपचार के लिए उच्च श्रेणी का अस्पताल राज्य कैंसर संस्थान में अगले वित्तीय वर्ष में संपूर्ण आधुनिक उपकरणों – लीनियर एक्सीलेटर मोड्यूलर ऑपरेशन थियेटर के साथ सुचारू रूप से चलाया जाएगा। इस संस्थान के बेहतर प्रबंधन के लिए सहायक आचार्य मेडिकल ऑन्कोलोजी के तीन, सहायक आचार्य रेडियोलोजी के दो एवं सहायक आचार्य डेंटल एंड प्रोस्थेटिक हैड एंड नेक कैंसर सर्जरी का एक पद सृजित किया जाएगा।
- मथुरा दास माथुर चिकित्सालय जोधपुर के ओपीडी ब्लॉक के शेष फ्लोर का निर्माण करावया जाएगा। इस पर करीब 46 करोड़ रुपए खर्च होंगे। अस्पताल में 30-30 बेड के चार नए वार्ड खोले जाएंगे जिन पर 11 करोड़ रुपए खर्च होंगे। एक नया न्यूरो इंटरवेंशन लैट भी बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त यहां क्षेत्रीय कैंसर सेंटर का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा जिस पर 10 करोड़ रुपए का व्यय होगा।
आयुर्वेद
- अभी राज्य में एक भी राजकीय होम्योपैथिक महाविद्यालय नहीं है। अजमेर और जोधपुर में राजकीय होम्योपैथिक महाविद्यालय स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। इस पर 18 करोड़ रुपए का खर्च संभावित है।
- सीकर जिला मुख्यालय पर 50 बैड के एकीकृत आयुष चिकित्सालय की स्थापना की जाएगी। इसपर र 4 करोड़ 50 लाख रुपए का व्यय होगा