अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष पर विशेष सहकारी कार्यक्रम एवं संगोष्ठी का आयोजन
कोटा। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के उपलक्ष्य में सहकारिता विभाग कोटा द्वारा “म्हारो खातो म्हारो बैंक” के रूप में एक विशेष सहकारी कार्यक्रम एवं विचार गोष्ठी का आयोजन शनिवार को किया गया। इस कार्यक्रम में सहकारिता विभाग के विभिन्न राजकीय कार्यालयों तथा कोटा स्थित अनेक सहकारी संस्थाओं के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कोटा-बूंदी जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड के अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सहकारी समितियां के अतिरिक्त रजिस्ट्रार बलविंदर सिंह गिल ने की।
मुख्य अतिथि चैन सिंह राठौड़ ने इस अवसर पर कहा कि केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह और राज्य सहकारिता राज्य मंत्री गौतम कुमार दक के विजन को पूरा करने के लिए हम सभी को एकजुटता से कार्य करना होगा। हमारी सहकारी समितियां अपना कार्य बखूबी करें और उनकी हर संभव मदद हम अधिकारी प्रदान करें।
राठौड़ ने बताया कि समितियों और जीएसएस के माध्यम से रोजगार के नए अवसर पैदा करने की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में सहकारिता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि सहकारी आंदोलन न केवल आर्थिक विकास में योगदान देता है, बल्कि सामाजिक एकता और ग्रामीण सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देता है।
कार्यक्रम अध्यक्ष बलविंदर सिंह गिल ने अपने कहा, सहकारिता विभाग का लक्ष्य है कि हर गांव, हर घर तक सहकारी गतिविधियों का विस्तार हो। ‘म्हारो खातो म्हारो बैंक’ जैसे कार्यक्रम से हम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकेंगे और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दे सकेंगे।”
गिल ने सहकारी समितियों के आधुनिकीकरण और डिजिटलीकरण पर भी बल दिया। उन्होंने कहा, “आज के समय में तकनीकी नवाचार और कुशल प्रबंधन सहकारी समितियों की सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमें अपनी सहकारी संस्थाओं को नवीन तकनीकों और कुशल प्रबंधन प्रणालियों से लैस करना होगा।”
‘म्हारो खातो म्हारो बैंक’ कार्यक्रम के अंतर्गत नए खाताधारकों को उनके पासबुक मुख्य अतिथि चैन सिंह राठौड़ द्वारा सौंपी गईं। इस अवसर पर सहकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में सहकारिता के विस्तार, किसानों और छोटे व्यापारियों के लिए सहकारी ऋण सुविधाओं, महिला सशक्तिकरण के लिए सहकारी मॉडल, और युवाओं को सहकारिता से जोड़ने के लिए नवीन रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा की गई।
बीना बैरवा ने बताया कि ने बताया कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के उपलक्ष्य में ऐसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे सहकारिता आंदोलन को और अधिक मजबूती मिलेगी और समाज के हर वर्ग तक इसके लाभ पहुंचेंगे।
इस अवसर पर राजेश मीणा, उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां कोटा, बीना बैरवा प्रबंध निदेशक कोटा नागरिक सहकारी बैंक, दिलखुश मीणा प्रबंध निदेशक, कोटा सरस डेयरी, रजनी बाला मीणा अतिरिक्त अधिशासी अधिकारी कोटा सीसीबी, अनीता पंवार सहायक रजिस्ट्रार, तथा मृगांक सिंह महाप्रबंधक, कोटा मार्केटिंग सोसाइटी सहित बड़ी संख्या में अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति रही।