काेटा। भारतमाला प्राेजेक्ट के तहत काेटा में आठ लेन की 4.50 किलाेमीटर लंबी टनल बनेगी। यह राजस्थान की सबसे लंबी टनल मानी जा रही है। इसे मुकंदरा हिल्स में 5 से 10 मीटर की गहराई में बनाया जाएगा और इस पर करीब 2 हजार कराेड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। याेजना में काेटा जिले में 105 किलाेमीटर सड़क बनेगी, उसी में यह टनल भी शामिल है।
प्राेजेक्ट के लिए फाेरेस्ट व वाइल्ड लाइफ की अनुमति मिलते ही अप्रैल या मई से काम शुरू कर दिया जाएगा। इसमें दाेनाें अाेर चार-चार लेन की सड़क हाेगी। बीच में चार लेन बनाए जाने के लिए जगह छाेड़ी जाएगी। टनल व 105 किलाेमीटर हाइवे का काम ढाई साल में पूरा किया जाएगा।
भारत माला प्राेजेक्ट के तहत दिल्ली के पास गुड़गांव से बडाैदा तक करीब 840 किलाेमीटर का 8 लेन का हाइवे बनाया जा रहा है। इसमें काेटा जिले में 105 किलाेमीटर सड़क का निर्माण हाेगा। इसके लिए 1100 हैक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई है, जाे दीगाेद, लाडपुरा, कनवास, रामगंजमंडी तहसील के 66 गांवाें की है। जमीन मालिकाें काे 400 कराेड़ का मुआवजा दिया जाएगा और इस पेटे एनएचएआई ने करीब 200 कराेड़ रुपए संबंधित एसडीएम के पास जमा करवा दिए हैं। जमीन अधिग्रहण के साथ ही इसके निर्माण के लिए भी विभाग ने निविदाएं कर ली है।
डडवारा झांकरा से मनाेहरपुरा तक बनेगी टनल
एनएचएआई के पीडी वीरेन्द्र सिंह का कहना है कि यह राजस्थान की ताे सबसे लंबी टनल है, संभवतया यह देश की भी आठ लेन वाली पहली टनल हाे सकती है। इसे मुकंदरा हिल्स के पहले डडवारा झांकरा से मनाेहरपुरा तक बनाया जाएगा। इसे 500 मीटर से पहले शुरू किया जाएगा तथा इसकी गहराई 10 से 15 मीटर अंदर तक हाेगी। इस टनल से मुकंदरा हिल्स काे काेई नुकसान नहीं हाेगा।
दाे से ढाई मीटर ऊंचा हाेगा राेड
105 किलाेमीटर का यह हाईवे जमीन से दाे से ढाई मीटर ऊंचा हाेगा। इसमें बीच में कहीं भी सड़क से नीचे उतरने का रास्ता नहीं हाेगा। पांच जगह इसमें चढ़ने की सुविधा रहेगी, जिसमें मंडावरा, जालिमपुरा, सीमलिया के कराडिया, बालापुरा, गाेपालपुरा-मंडाना व चेचट शामिल है।