कोटा। अब प्रत्येक टीबी रोगी को दिए गए उपचार एवं संबंधित जानकारी को ऑनलाइन किया जाएगा। यह जानकारी आईएमए कोटा, आरएनसीपी एवं प्रोजेक्ट जीत के संयुक्त तत्वावधान में क्लिटंन फाउण्डेशन की ओर से आयोजित सेमिनार में दी। टीबी नोटिफिकेशन को लेकर रविवार को एक होटल में कार्यशाला का आयोजन किया गया था ।
एसोसिएशन के सचिव डाॅ. केके डंग ने बताया कि मुख्य वक्ता डब्ल्यूएचओ के डाॅ. विवके मिश्रा ने निजी चिकित्सकों को पावर प्रजेंटेशन के द्वारा टीबी रोगियों के उपचार एवं उनको निक्षय पोर्टल पर पंजीयन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देश में पोलियों का उन्मूलन हुआ है। उसी तरह से टीबी को भी दूर किया जाएगा। इसके लिए प्रयास शुरु हो चुके हैं। अब प्रत्येक टीबी रोगी को दिए गए उपचार एवं संबंधित जानकारी को ऑनलाइन किया जाएगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डाॅ. आरसी मीणा ने सभी चिकित्सकों को टीबी के रोगियों को निक्षय से रजिस्टर करने और उसमें कोई परेशानी आए तो तुरंत जीत प्रोजेक्ट के अधिकारी दीपक शर्मा को सम्पर्क करने के बारे में बताया। इस दौरान डाॅ. एसए मीणा ने आरएनटीसीपी के नवीनीकरण के बारे में जानकारी दी।
डाॅ. एस सान्याल ने टीबी उन्मूलन के लिए आईएमए के द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में बताया। इस अवसर पर सीएमएचओ, डाॅ. रामपाल, डाॅ. डीके गुप्ता, डाॅ. मामराज अग्रवाल, डाॅ. के श्रृंगी, डाॅ. क्षेत्रपाल, डाॅ. मित्तल, डाॅ. कमलेश केदावत, डाॅ. जितेन्द्र डंग उपस्थित थे।