मुंबई। देश का सबसे बड़ा कृषि केंद्रित जिंस वायदा कारोबार मंच नैशनल कमोडिटी ऐंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX ) सोमवार से साबुत मूंग का वायदा कारोबार शुरू कर चूका है। देश में दलहन के मामले में मूंग सबसे अधिक खपत और व्यापार की जाने वाली किस्मों में से एक है। NCDEX पर वायदा कारोबार के लिए उपलब्ध कराई जा रही यह जिंस अप्रसंस्कृत है जिसका उपभोग नहीं किया जाता है।
एक्सचेंज को इसकी शुरुआत करने के लिए सेबी की मंजूरी मिल चुकी है। NCDEX के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक विजय कुमार ने कहा कि मूंग में वायदा कारोबार दलहन व्यापार के सभी हितधारकों के लिए अत्यंत आवश्यक है जो उन्हें एक बहुत मजबूत और बढिय़ा ढंग से विनियमित विपणन मार्ग प्रदान करेगा।
उन्होंने बताया कि LEN DEN NEWS को मूंग के वायदा की शुरुआत से न केवल दामों का अग्रिम संकेत मिलने में मदद मिलेगी, बल्कि अच्छे दाम प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी। हम मूंग के वायदा अनुबंध के जरिये दलहन उद्योग की मूल्य शृंखला को मजबूत और पारदर्शी दाम वाले उपाय की पेशकश करने के इच्छुक हैं।
उन्होंने बताया कि एक्सचेंज ने मूंग वायदा के लिए अपने मूल डिलिवरी केंद्र के रूप में राजस्थान के प्रमुख उत्पादक केंद्र मेड़ता सिटी की पहचान की है जबकि नोखा, जोधपुर और श्री गंगानगर डिलिवरी के अतिरिक्त केंद्र होंगे। 70 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ भारत दुनिया भर में मूंग का सबसे बड़ा उत्पादक है और देश में प्रोटीन से भरपूर दलहन की इस किस्म की बड़ी मूल्य शृंखला है।
उन्होंने बताया कि चने के साथ-साथ अन्य दालों के विकल्प के रूप में मूंग का भी देश में बड़ा उपभोग किया जाता है। भारत प्रति वर्ष 25 लाख टन मूंग का उत्पादन करता है जिसका मूल्य 11,500 करोड़ रुपये है। NCDEX द्वारा किए गए एक हालिया सर्वेक्षण में पाया गया है कि दलहन की अत्यधिक अस्थिर किस्म होने की वजह से मूंग में व्यापार करने में दामों की घट-बढ़ का बहुत जोखिम है।
इस प्रकार मूंग में वायदा अनुबंध पूरी मूल्य शृंखला के लिए सबसे अच्छे हेजिंग उपकरण के रूप में काम कर सकता है। शुरुआत में मूंग का वायदा अनुबंध अगस्त और दिसंबर 2019 के बीच डिलिवरी वाले कारोबार के लिए उपलब्ध होगा।