जयपुर।ऑस्ट्रिया की क्रिस्टोफ फ्लाम उत्सुक थीं। वह भारतीय शादी में शामिल होने यहां आई थीं। भारतीय शादी में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि यह उनके जीवन का सबसे अच्छा अनुभव था। क्रस्टोफ जिस शादी में आई थीं, वह उनके किसी दोस्त, रिश्तेदार या जान-पहचान वाले की नहीं थी बल्कि क्रिस्टोफ एक ‘वेडिंग टूरिस्ट’ थीं और उन्होंने दो दिन की शादी को अटैंड करने के लिए 19,000 रुपये दिए थे।
भारत में एक नया पर्यटन पनपा है यह है ‘वेडिंग टूरिज्म’ का। इस टूरिज्म के जरिए वे विदेशी भारत आते हैं जो भारतीय शादी देखने के इच्छुक होते हैं। ‘वेडिंग टूरिज्म’ का कॉन्सेप्ट जयपुर, दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में तेजी से बढ़ रहा है।
ऐसे टूरिस्टों को भारत लाकर उन्हें भारतीय शादी में शामिल करने के लिए कई पोर्टल भी चल रहे हैं। इसी तरह का पोर्टल ‘जॉइन माय वेडिंग’ (JMW) भी है। इस पोर्टल के जरिए भारतीय जोड़ा अपनी शादी में विदेशियों को आमंत्रित कर सकता है।
शादी के परिधान के लिए अलग चार्ज
उन्होंने बताया कि उनका वेडिंग अटैंडेंस पैकेज 150 डॉलर है जो भारतीय मुद्रा के अनुसार लगभग 10,500 रुपये रोज के हिसाब से पड़ता है। दो दिनों की शादी में शामिल होने के लिए 250 डॉलर (19,000 रुपये) देने पड़ते हैं।
यह चार्ज शादी में शामिल होने और खाने-पीने के लिए होते हैं। इसके अलावा अगर कोई टूरिस्ट शादी की रस्मों मेंहदी, संगीत, फेरों आदि को जानने के लिए सेरेमनी टूरिस्ट लेता है तो उसके चार्ज अलग से लिए जाते हैं। ट्रांसपॉर्ट, रहने और भारतीय शादी के परिधान लेने के चार्ज अलग होते हैं।
JMW की को फाउंडर और अध्यक्ष ऑस्ट्रेलिया की ओरसी हैं। उन्होंने ई मेल के जरिए बताया कि ‘दो साल पहले हमने एक विदेशी पर्यटक को भारतीय शादी में शामिल होने भेजा था, तब से हम लोगों ने कई अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को भारतीय शादी में शामिल होने भेजा।’
वह कहती हैं कि अब तक लगभग 100 लोग उनके जरिए भारत की 25 शादियों में शामिल हो चुके हैं। यह डिमांड लगातार बढ़ रही है। सैकड़ों यात्री भारतीय शादी में शामिल होने के लिए जाना चाहते हैं।