नई दिल्ली। अगर आपकी सालाना आय 18 लाख रुपये तक है, और आप तीन या चार बेडरूम वाला 2,100 वर्ग फीट तक का फ्लैट या घर खरीदना चाहते हैं तो अब आप भी 2.3 लाख रुपये की ब्याज सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। मंगलवार को आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने मध्यम आय समूह (एमआईजी) के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत ब्याज सब्सिडी का लाभ लेने के पात्र घरों के लिए कार्पेट एरिया में 33% की वृद्धि कर दी है।
केन्द्र सरकार ने ने क्रेडिट लिंक सब्सिडी योजना (सीएलएसएस) के दायरे में मध्यम आय वर्ग की पहली कैटिगरी एमआईजी (मिडिल इनकम ग्रुप) 1 के घरों का कार्पेट एरिया बढा़कर 160 वर्ग मीटर और एमआईजी 2 कैटिगरी के घरों के कार्पेट एरिया 200 वर्ग मीटर कर दिया है।
आपको बता दें कि अब तक एमआईजी1 कैटिगरी के घरों के लिए कार्पेट एरिया 120 वर्ग मीटर और एमआईजी 2 कैटिगरी के घरों के लिए 150 वर्ग मीटर था। मोदी सरकार की क्रेडिट लिंक सब्सिडी योजना के तहत एमआईजी 1 कैटिगरी के खरीददारों को 2.35 लाख रुपये और एमआईजी 2 कैटिगरी के घर खरीददारों को 2.30 लाख रुपये की सब्सिडी का सीधा फायदा मिलता है।
क्या है स्कीम
दरअसल सरकार ने पिछले साल एक जनवरी से प्रधानमंत्री आवास योजना उनलोगों के लिए लागू की थी, जिनकी आमदनी सालाना 6-12 लाख रुपये है और दूसरी श्रेणी में, जिनकी आमदनी 12-18 लाख रुपये सालाना है। इनमें से 6-12 लाख रुपये सालाना आमदनी वालों को सरकार ने एमआईजी वन कैटिगरी में रखा था।
इनलोगों के लिए स्कीम थी कि यदि इस आमदनी वाले ग्राहक लोन लेकर मकान खरीदते हैं तो उनके लोन में से 9 लाख रुपये के लोन की राशि पर जो भी ब्याज दर लगेगी, उसमें से 4 फीसदी ब्याज सरकार सब्सिडी के रूप में देगी। इसी तरह से दूसरी श्रेणी के लोगों के लिए तय किया गया था कि अगर वे लोन लेकर मकान खरीदते हैं तो 12 लाख रुपये तक के ब्याज पर 3 फीसदी ब्याज राशि सरकार सब्सिडी के रूप में देगी।
इन दोनों श्रेणियों के लोगों को इस तरह से एमआईजी वन और एमआईजी टू के रूप में बांटा गया था। अब 6-12 लाख रुपये की आमदनी वाले 160 वर्ग मीटर (1722 वर्ग फीट) का फ्लैट खरीदकर भी यह सब्सिडी ले सकेंगे। उसी तरह से 18 लाख रुपये की आमदनी वाले अब 200 वर्ग मीटर (2153 वर्ग फीट) का फ्लैट खरीदकर इस सब्सिडी का फायदा उठा सकेंगे।