कोटा। ज्वाइंट सीट एलोकेशन ऑथोरिटी ने साल 2018 के लिए आईआईटी में सीटों की संख्या सीट मैट्रिक्स जारी कर दी है। इस साल लड़कियों के लिए 800 सुपरन्यूमरेरी सीटों का प्रावधान है। आईआईटी बॉम्बे में 51 सुपरन्यूमरेरी सीटें हैं। आईआईटी खड़गपुर में 62, दिल्ली में 48, मद्रास में 79, रुडकी में 64 और आईआईटी कानपुर में ऐसी 79 सीटें रहेंगी। एनआईटी में भी सुपरन्यूमरेरी के तहत आवंटित सीटों की संख्या भी ब्रांच वार जारी कर दी गई है। साथ ही
जीएफटीआई में 764 व ट्रिपलआईटी में 590 सीटों की बढ़ोतरी : इस साल एनआईटी, ट्रिपलआईटी और जीएफटीआई की सीटों में भी बढ़ोतरी की गई है। एनआईटी की सीट 17868 से बढ़कर 17966 तक पहुंच गई है। ट्रिपलआईटी में 590 सीटों की बढ़ोतरी की गई है। इसकी संख्या 3433 से बढ़कर 4023 पहुंच गई। जीएफटीआई की सीटों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी की गई। 3919 सीटों से इसकी संख्या 4683 पर पहुंच गई है।
ट्रिपलआईटी में नहीं किया प्रावधान
सीट मैट्रिक्स आईआईटी, एनआईटी व गवर्नमेंट फंडेड टेक्निकल संस्थानों में सुपरन्यूमरेरी सीटों का प्रावधान किया गया है। ट्रिपलआईटी में इस प्रकार की सीटों का प्रावधान नहीं किया गया है। इन संस्थानों के कॉमन काउंसलिंग 15 जून से शुरू हो जाएगी। जोसा काउंसलिंग के जरिए 100 टेक्निकल संस्थानों के 600 प्रोग्राम में दाखिला मिल सकेगा। 18 जुलाई तक सभी राउंड की काउंसलिंग समाप्त हो जाएगी।
ऐसे समझें सुपरन्यूमरेरी सीटों का गणित
आईआईटी ने उदाहरण देते हुए समझाया है कि अगर आईआईटी की किसी ब्रांच में कुल 100 सीटों पर पिछले साल 10 लड़कियों ने एडमिशन लिया था तो इस साल चार सीटें बढ़ाकर लड़कियों के पूल को 14 प्रतिशत कर दिया जाएगा।
इसी प्रकार किसी ब्रांच में एक भी लड़की ने एडमिशन नहीं लिया है तो उसमें अधिकतम 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी से 14 सीटें की जाएगी। 14 प्रतिशत से अधिक सीटें किसी भी ब्रांच मेंं नहीं बढ़ाई जाएगी। यानि सुपरन्यूमरेरी का यह कोटा पिछले साल एडमिशन लेने वाली लड़कियों की संख्या पर भी निर्भर करेगा।