नई दिल्ली। जीएसटी लागू होने के बाद लंबे समय से प्रॉब्लम झेल रहे सेज कारोबारियों के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने सेज स्टेट्स अपडेट के लिए एक नया ऑप्शन कारोबारियों को दे दिया है। वह अब अपडेशन के लिए सरकार के पास ई-मेल कर सकेंगे।
देश के 221 सेज में काम कर रही हजारों कारोबारियों के सामने जुलाई 2017 से स्टेट्स अपडेशन की प्रॉब्लम आ रही थी। जीएसटीएन पोर्टल पर शुरु में कारोबारियों को यह ऑप्शन दिया गया था, कि वह पोर्टल पर अपडेट कर सेज की सुविधाएं जारी रख सकेंगे। लेकिन पोर्टल में प्रॉब्लम की वजह से अपडेशन नहीं हो रहे थे। सरकार के नए कदम से सेज के तहत 4 हजार से ज्यादा यूनिट्स को फायदा मिलेगा।
कारोबारी सेज स्टेटस नहीं बदलने से थे परेशान
जीएसटी पोर्टल पर कारोबारियों ने रजिस्ट्रेशन के समय कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। कारोबारियों ने स्पेशल इकोनॉमिक जोन (सेज) का ऑप्शन लिया था, वह उनके अकाउंट में शो ही नहीं कर रहा था।
जिन कारोबारियों ने सेज का ऑप्शन नहीं लिया था उनके अकाउंट में सेज ऑप्शन दिखा रहा था। जीएसटी पोर्टल की ऐसी टेक्निकल समस्या के कारण कारोबारियों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ रहे थे।
नहीं उठा पा रहे थे फायदा
गुप्ता ने बताया कि सेज में काम करने वाली यूनिट्स को एक्सपोर्ट करने वाली यूनिट जैसा दर्जा मिलता है। सेज की यूनिट को कई टैक्स बेनेफिट, इंसेटिव और लेबर लॉ में ढील दी जाती है।
सेज में आने वाली यूनिट्स और इनके साथ काम करने वाली यूनिट्स को टैक्स में छूट मिलती है। इन्हें इंपोर्ट और सेकंड हैंड मशीन को इंपोर्ट करने के लिए लाइसेंस की जरूरत नहीं पड़ती। जीएसटी पोर्टल पर स्टेटस अपडेट नहीं होने से इसका फायदा नहीं उठा पा रहे थे।
जीएसटीएन ने जारी की एडवाइजरी
जीएसटीएन ने टैक्सपेयर्स को अपने प्रोफाइल में “सेज से रेगुलर” और “रेगुलर से सेज” में आने के लिए एडवाइजरी जारी की है। जिसमें उसने कहा है कि जिन लोग सेज का ऑप्शन गलती से टिक कर दिया है या फिर जो ऑप्शन नहीं भर पाए हैं, वह डायरेक्ट हमें ई-मेल करें। जिससे रिकॉर्ड को अपडेट किया जा सके।
ऐसे बदलवाएं स्टेटस
इसके लिए कारोबारियों को reset.sezflag@gst.gov.in पर अपने सेज का स्टेटस बदलने के लिए ई-मेल करना होगा। ई-मेल के साथ सेज डेवलपर को यूनिट रजिस्ट्रेशन पर मिले लेटर ऑफ अथॉरिटी की कॉपी मेल करनी होगी।