एसएससी परीक्षा में हाइटेक नकल गिरोह पकड़ा, कोटा में 4 गिरफ्तार

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कोटा/अजमेर। कर्मचारी चयन आयोग, नई दिल्ली द्वारा देशभर में आयोजित की जा रही कमांड हायर सैकंडरी लेवल (10+2) 2017 परीक्षा में हाईटेक गैंग द्वारा नकल के नया पैंतरा अपनाते हुए पेपर हल करवाने का सनसनीखेज मामला सामने आया हैं। जयपुर कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की तरह यहां बदमाशों ने कंप्यूटर को रिमोट एक्सेस पर नहीं लिया बल्कि जिस रूम में अभ्यर्थी पेपर दे रहे थे, उसी के बगल वाले दूसरे रूम से बैठकर बदमाशों ने नकल करवाने का काम किया।

इसके लिए बदमाशों ने कंप्यूटर एलसीडी और सीपीयू को जोड़ने वाली वीजीए केबल में स्पिलिट डिवाइस लगाकर अंजाम दिया। यानी इस नकल में भी रिमोट एक्सेस प्रणाली की तरह अभ्यर्थी सिर्फ कंप्यूटर स्क्रीन पर सामने परीक्षा देते नजर आ रहा था, लेकिन पेपर हल दीवार के पीछे बैठा व्यक्ति कर रहा था।

एसपी अंशुमन भौमिया ने बताया कि रेलवे कॉलोनी स्थित कोटा बाल विद्यालय में चल रहे प्रेरणा कोचिंग सेंटर पर अभ्यर्थियों से पैसा लेकर पेपर हल करवाने वाले चार बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दो मुख्य सरगना फिलहाल फरार हैं।

वहीं अजमेर में पुलिस कांस्टेबल भर्ती ऑनलाइन परीक्षा के कायड़ स्थित परीक्षा केंद्र अजमेर इन्फोटेक में भी अभ्यर्थियों से चार-चार लाख रुपए लेकर नकल कराने वाले हाइटेक नकल गिरोह ने एसएससी परीक्षा केंद्र पर भी गड़बड़ी कर कई अभ्यर्थियों को नकल कराई थी। जांच में खुलासा हुआ है।

स्कूल किराये पर लिया, दीवार में छेद से जोड़े कंप्यूटर
एसएससी की परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ होने से पूरे सिस्टम पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। कोटा शहर में इस परीक्षा के 6 सेंटर बनाए गए हैं। परीक्षा 4 मार्च से तीन पारियों में चल रही है, जो 25 मार्च तक चलेगी। परीक्षा करवाने वाली कंपनी सीफी ने परीक्षा सेंटरों और कंप्यूटर सिस्टम जांचने के लिए 3 मार्च को अचानक सेंटरों पर मॉकड्रिल करवा दी।

नकल रोकने के लिए कंपनी ने सभी कंप्यूटरों से वो सिस्टम हटा दिए, जिसके जरिए बदमाश वाई-फाई, पैन ड्राइव, जैसी डिवाइस के जरिए हाईटेक नकल करवा सकें। मॉकड्रिल के बाद हुए इस बदलाव से बदमाशों ने आनन-फानन में दीवार में गड्ढा किया। ताकि कंप्यूटर स्क्रीन और सीपीयू को जोड़ने वाली वीजीए केबल में स्पेलिटर डिवाइस लगाकर नकल करवाई जा सके।

इस स्कूल में सिलाई सिखाने का काम भी चलता है और यह गड्ढा उसी दीवार पर किया गया, जहां सिलाई मशीन चलती थी। अगर सीफी कंपनी ऐनवक्त पर मॉकड्रिल नहीं करवाती तो कोटा में जयपुर से भी बड़ा फर्जीवाड़ा हो सकता था।

जयपुर में फर्जी आईडी बना परीक्षा में बैठे, 3 गिरफ्तार : जयपुर के प्रतापनगर थाना इलाके में अपने साथी को एसएससी की परीक्षा पास कराने के लिए दो युवक फर्जी आईडी बनाकर परीक्षा देने आ गए। तीनों को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आराेपी विवेक और सतीश बिहार के तथा महेन्द्र उप्र का रहने वाला है।

पुलिस ने बताया कि वीआईटी कॉलेज में शनिवार को 10 से 11 एसएससी यूडीसी की परीक्षा चल रही थी। सतीश और महेन्द्र मिलकर विवेक को पास कराने के लिए आए थे। 

पूछताछ में सामने आया है कि बदमाशों ने 20-25 दिन पहले ही 50 हजार रुपयों में सेंटर के लिए स्कूल किराए पर लिया था। यहीं से ऑनलाइन पेपर हल करके सब्मिट करवाया जा रहा था। फिलहाल सिर्फ 3 अभ्यर्थियों को इस तरह नकल कराने की बात कबूली है। बदमाश एक अभ्यर्थी को नकल कराने के एवज में करीब 5 लाख रुपए ले रहे थे।

कोटा में पकड़े गए चारों बदमाश : पुलिस ने दयाराम शर्मा, धर्मेंद्र शर्मा, रामबाबू गुर्जर, राहुल सिंह चार आरोपियों को शुक्रवार देर रात गिरफ्तार किया हैं। बदमाश मथुरा और हरियाणा के रहने वाले हैं, जो आईटी एक्सपर्ट हैं। सभी प्रेरणा कोचिंग सेंटर के कर्मचारी हैं। चारों को शनिवार को कोर्ट में पेश कर 21 मार्च तक पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया है।