यज्ञ का आध्यात्मिक ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक महत्व भी है: स्वामी यज्ञ देव

0
4

200 कुंडीय यज्ञ और यज्ञ प्रशिक्षण कार्यक्रम कल से कोटा में

कोटा। कोटा में पहली बार 200 कुंडीय विशाल यज्ञ का ऐतिहासिक आयोजन किया जा रहा है। पतंजलि योग समिति, आर्य समाज कोटा और शुभ संकल्प सेवा समिति के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस कार्यक्रम में हरिद्वार से पधार रहे स्वामी यज्ञ देव मुख्य आचार्य के रूप में उपस्थित रहेंगे।

शुभ संकल्प सेवा समिति के अध्यक्ष ईश्वर लाल सैनी ने बताया कि शुक्रवार एक अहम बैठक आरकेपुरम में आयोजित की गई। 200 कुंडीय विशाल यज्ञ 12 जनवरी को प्रातः 10 बजे से गालव समुदायिक केंद्र गार्डन योग कक्षा प्रांगण में होगा, जिसके बाद 13-14 जनवरी को प्रातः 7 बजे से यज्ञ प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

सैनी ने बताया कि इस अवसर पर राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा, रेडक्रॉस के स्टेट चैयरमेन राजेश बिरला एवं भाजपा से अनुसूया गोस्वामी सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहेंगे। इस दो दिवसीय यज्ञ प्रशिक्षण कार्यक्रम में यज्ञ की सरल विधि और इसके वैज्ञानिक लाभों की जानकारी दी जाएगी।

स्वामी यज्ञ देव जी ने कार्यक्रम के महत्व को बताते हुए कहा, “यज्ञ का महत्व केवल आध्यात्मिक ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक भी है।” कोटा जिला मुख्य संरक्षक ईश्वर लाल सैनी ने बताया कि यज्ञ के वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व को जन-जन तक पहुंचाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यज्ञ न केवल व्यक्तिगत शांति का माध्यम है, बल्कि यह समाज और पर्यावरण के लिए भी अत्यंत लाभकारी है।

कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक में पतंजलि योग समिति के राज्य प्रभारी अरविंद पांडे, संयोजक प्रदीप शर्मा, जिला प्रभारी लक्ष्मण सोलंकी और महिला संरक्षक संतोष सैनी सहित सभी कार्यकर्ताओं को उनकी जिम्मेदारियां सौंपी गईं। आर्य समाज कोटा के अग्निमित्र शास्त्री, शोभाराम आर्य,चंद्रमोहन कुशवाहा, राकेश चड्डा, मुकेश चड्डा एवं राधाबल्लभ का इस आयोजन में विशेष योगदान रहेगा।

इसके अतिरिक्त किशन आर्य, अरविंद टेलर, किरण टेलर, भावना शर्मा, रमेश शर्मा, वंदना राठौर, लक्ष्मी चंद्रावल, मनोहर लाल द्विवेदी, अरविंद आर्य, सपना आर्य, श्यामा, नेहा शर्मा, अल्पना, पवन तपादिया, जगदीश राठौर, राजेंद्र जैन एवं विष्णु खंडेलवाल बैठक में उपस्थित रहे जिन्हें कार्यक्रम की सफलता जिम्मेदारी सौपी गई है।