क्रशर्स-प्रोसेसर्स की मांग और खाद्य तेलों के समर्थन में सरसों का भाव मजबूत

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नई दिल्ली। बिजाई क्षेत्र में गिरावट आने, मंडियों में आवक कम होने तथा क्रशिंग-प्रोसेसिंग इकाइयों की अच्छी मांग निकलने से 21-27 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान सरसों के दाम में 100-300 रुपए प्रति क्विंटल तक की तेजी दर्ज की गई। आगे भी इसका भाव मजबूत रहने की उम्मीद की जा रही है। वैसे हाल की बारिश से सरसों की फसल को काफी फायदा होने वाला है।

42% कंडीशन सरसों: समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान 42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का भाव दिल्ली में 150 रुपए बढ़कर 6400 रुपए प्रति क्विंटल तथा जयपुर में 250 रुपए उछलकर 6500/6525 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया जबकि औसत क्वालिटी की सरसों भी अधिकांश मंडियों में तेज रही।

मध्य प्रदेश: इसका दाम मध्य प्रदेश के मुरैना में 300 रुपए तथा पोरसा में 325 रुपए उछल गया। हरियाणा के चरखी दादरी में भी यह 170 रुपए ऊपर उठा जबकि बरवाला एवं सिरसा तथा मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 100-100 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई।

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की हापुड़ मंडी में सरसों का भाव 250 रूपए की वृद्धि के साथ 6550/6600 रुपए प्रति क्विंटल तथा आगरा मंडी में 275 रुपए की बढ़ोत्तरी के साथ 6800/7175 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा।

राजस्थान: इसी तरह देश के सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- राजस्थान में सरसों की कीमतों में आमतौर पर 150-200 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई मगर बूंदी, बीकानेर, नेवाई मंडी में कीमत 100-200 रुपए नीचे आ गई। भरतपुर एवं अलवर में भाव तेज रहा।

सरसों तेल: सरसों की ऊंची कीमतों के असर से सरसों तेल का दाम भी 35-40 रुपए प्रति 10 किलो बढ़ गया। एक्सपेलर का भाव दिल्ली में 35 रुपए बढ़कर 1335 रुपए प्रति 10 किलो तथा चरखी दादरी में 1365 रुपए प्रति 10 किलो हो गया। मुरैना में कच्ची घानी सरसों तेल तथा एक्सपेलर तेल 40-40 रुपए तेज रहा हापुड़ में कच्ची घानी तेल 50 रुपए ऊपर हो गया।

आवक: सरसों की दैनिक आवक घटकर 1.50-2.00 लाख बोरी रह गई जबकि प्रत्येक बोरी 50 किलो की होती है। समझा जाता है की किसान तथा स्टॉकिस्ट आगामी समय में भाव और तेज होने की उम्मीद से सरसों का स्टॉक रोकने का प्रयास कर रहे हैं।