नई दिल्ली। पिछले सप्ताह देशभर में करीब 24 लाख हेक्टेयर भूमि में रबी फसलों की बिजाई हुई जबकि उससे पूर्ववर्ती सप्ताह के दौरान रकबा लगभग 32 लाख हेक्टेयर बढ़ा था।
इसके सहारे 27 दिसम्बर तक राष्ट्रीय स्तर पर रबी फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र सुधरकर 614.94 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 611.80 लाख हेक्टेयर से 6.14 लाख हेक्टेयर ज्यादा और पंचवर्षीय औसत क्षेत्रफल 635.60 लाख हेक्टेयर का 97 प्रतिशत है। रबी फसलों की बिजाई का अभियान बिलकुल अंतिम चरण में पहुंच गया है और मध्य जनवरी तक समाप्त हो सकता है।
पिछले साल की तुलना में इस बार गेहूं तथा मक्का सहित कुछ अन्य फसलों की बिजाई में वृद्धि हुई है मगर सरसों का रकबा घट रहा है। दलहन फसलों का बिजाई क्षेत्र सुधरकर 136.13 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा था जो गत वर्ष के 136.05 लाख हेक्टेयर से 8 हजार हेक्टेयर ज्यादा रहा। पिछले एक सप्ताह के दौरान 11 लाख हेक्टेयर भूमि में दलहनों की बिजाई हुई जिसमें चना का सर्वाधिक योगदान रहा।
रबी सीजन के इस सबसे महत्वपूर्ण दलहन का कुल उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 93.98 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 93.17 लाख हेक्टेयर से करीब 1 प्रतिशत या 81 हजार हेक्टेयर अधिक है। लेकिन मसूर का क्षेत्रफल पिछले साल के 17.76 लाख हेक्टेयर से 1.9 प्रतिशत फिसलकर इस बार 17.43 लाख हेक्टेयर पर अटक गया।
रबी कालीन दलहन फसलों का सामान्य औसत क्षेत्रफल इस बार 140 लाख हेक्टेयर आंका गया है। पिछले साल इसका कुल रकबा 137.39 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा था जबकि इस बार 27 दिसम्बर तक 136.13 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया।
ऐसा प्रतीत होता है कि सरसों की बिजाई समाप्त हो गई है क्योंकि पिछले सप्ताह इसके क्षेत्रफल में कोई बढ़ोत्तरी दर्ज नहीं की गई। इसका रकबा 88.50 लाख हेक्टेयर पर स्थिर रहा, जो गत वर्ष की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 93.73 लाख हेक्टेयर से 5.6 प्रतिशत कम है।
20 दिसम्बर वाले सप्ताह में यह 7.4 प्रतिशत पीछे चल रहा था। सैफ्लावर का रकबा भी 66 हजार हेक्टेयर से गिरकर 64 हजार हेक्टेयर रह गया। रबी कालीन तिलहन फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 101.37 लाख हेक्टेयर से 5.2 प्रतिशत घटकर इस बार 96.15 लाख हेक्टेयर रह गया।
लेकिन गेहूं का उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 313 लाख हेक्टेयर से 2.2 प्रतिशत बढ़कर इस बार 319.74 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा जो 312.35 लाख हेक्टेयर के सामान्य औसत क्षेत्रफल से भी काफी अधिक है। गत सप्ताह 7 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बोआई हुई।