विजयश्री रंगमंच पर स्थानीय कलाकारों ने दिखाया अभिनय और सुरों का जौहर
कोटा। Kota dussehra 2024: राष्ट्रीय दशहरा मेले की सांझ खासी सुरमई हो गई। विजयश्री रंगमंच पर गीत संगीत और अभिनय का ऐसा तड़का लगा, जैसे मायानगरी के सारे सितारे कोटा की सरजमीं पर ही उतर आए हों। कभी अनिल कपूर तो कभी राजेश खन्ना ने मंच पर रंग जमाया।
कार्यक्रम की शुरुआत मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी, मेलाधिकारी जवाहर जैन और मेला समिति के सदस्यों ने दीप प्रज्वलित करके की। मंच पर जैसे ही ऋतु जोशी ने “ए मेरे वतन के लोगों..” गाना गाया पूरा दशहरा मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
इसके बाद जूनियर अनिल कपूर ने फिल्म राम लखन के गाने “एजी ओजी लो जी सुनो जी..” पर डांस किया लोग दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर हो गए। उनका डांस और एक्टिंग देख विजयश्री रंगमंच के आसपास से गुजरने वाले हर शख्स को लगा जैसे खुद अनिल कपूर मंच पर उतर आए हों।
गीत, संगीत और अभिनय के बाद बारी आई हंसने हंसाने की। एस खान की कॉमेडी ने मेले में हास्य का ऐसा रंग घोल कि हर कोई हंसते हंसते लोट पोट हो गया। बैंड पर जब “पापा कहते हैं बेटा बड़ा नाम करेगा..” गाने के सुर छिड़े मंच के सामने बैठे हर युवा की आंख में अपने माता पिता और उनके सपने तैर गए।
राम गौतम के गाने “जिंदगी सफर है सुहाना, यहां कल क्या हो किसने जाना…” पर लोग फिर तालियां बजाने को मजबूर हो गए। उमेश ने सूफी तान छेड़ी तो ऋतु जोशी ने “सोलह बरस की बाली उमर को सलाम..” सुना दशहरा मेले की सांझ को सुरमई बना डाला।
इसके बाद जैसे ही जूनियर राजेश खन्ना ने विजयश्री रंगमंच पर कदम रखा उनका अभिनय देख दर्शकों की आंखों में काका जीवंत हो उठे। उन्होंने जवानी दीवानी गाने पर हूबहू राजेश खन्ना का अभिनय कर दर्शकों का दिल जीत लिया।
इसके बाद डॉ. देवेंद्र यादव और ऋतु जोशी की जोड़ी ने दुनिया में “लोगों को धोखा हो जाता है..” गाने की धुन छेड़ी, उनकी चहकी आवाज पर दर्शक झूम उठे। बची हुई कमी बबलू ने “कोई न कोई चाहिए, प्यार करने वाला गाना..” सुना पूरी कर दी। एक घंटे से ज्यादा समय तक चले गीत संगीत और अभिनय के इस प्रदर्शन ने दर्शकों का दिल जीत लिया।