कोटा। Kota Dussehra 2024 : 131वें राष्ट्रीय मेला दशहरा 2024 में शनिवार को रामलीला में रावण वध का मंचन किया गया। रावण का वध होते ही पूरा दशहरा मैदान श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा।
श्री श्यामा श्याम लीला संस्थान की ओर से रामलीला का मंचन शुरू हुआ। इस दौरान पहले पाताल लोक में हनुमान जी के हाथों अहिरावण के मारे जाने की लीला का मंचन हुआ। उसके बाद भगवान राम और रावण के बीच युद्ध की लीला का मंचन किया गया।
रावण के सिर बार-बार काटने पर पुन: आ जाते हैं, ऐसे में विभीषण श्रीराम के पास आते हैं और बताते हैं कि रावण की नाभि में अमृत है। जब तक अमृत को नहीं सुखाया जाएगा तब तक रावण की मृत्यु नहीं हो पाएगी।
उसके बाद भगवान राम बाण मारकर रावण की नाभि का अमृत सुखा देते हैं। उसके बाद रावण गिर जाता है। रावण के जमीन पर गिरने के बाद भगवान राम लक्ष्मण को रावण के पास जाकर राजनीति की शिक्षा लेने का आदेश देते हैं। लक्ष्मण रावण के सिर के पास खड़े होकर राजनीति की शिक्षा देने को कहते हैं। रावण कहता है कि यदि उन्हें शिक्षा लेनी है तो वह उनके पैरों के पास खड़े हों।
रावण की यह बात सुनकर लक्ष्मण भगवान राम की ओर देखते हैं। राम, लक्ष्मण को रावण के पैरों के पास खड़े होने को कहते हैं। उसके बाद लक्ष्मण रावण के पैरों के पास जाकर खड़े हो जाते हैं। रावण लक्ष्मण को शिक्षा देता है और बाद में प्राण त्याग देता है। रावण का संहार होते ही पूरा मेला मैदान श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा।