कोटा। हमेशा विवादों में रहने वाले विधायक भवानी सिंह राजावत एक बार फिर अपनी मर्यादा भूल गए. जरा सी गलती पर उन्होंने कर्मचारी को थप्पड़ मारने की धमकी दे डाली।
राज्य सरकार के 4 साल के कार्यकाल के अवसर पर शनिवार को नयापुरा स्टेडियम में लगे रोजगार शिविर के उद्घाटन के मौके पर मंच संचालन कर रहे नेहरू युवा केंद्र के यूथ मोटिवेटर नरेश निगम ने अतिथियों के स्वागत के दौरान राजावत का नाम नहीं लिया तो वे आग-बबूला हो गए।
उन्होंने निगम को इशारे से बुलाया और पूछा कि तुम मुझे नहीं जानते क्या? मैं कौन हूं? तुम्हें नहीं दिख रहा क्या? मेरा नाम क्यों नहीं लिया, थप्पड़ मार दूंगा। वो इतने तैश में गए कि उन्हें ये भी ध्यान रहा कि सार्वजनिक रूप से कैसा व्यवहार करना चाहिए। यह सुनकर निगम के साथ आसपास मौजूद लोग भी चौंक गए। बाद में निगम ने राजावत से हाथ जोड़कर माफी मांगी और मामला रफा-दफा किया।
यूं हुआ मामला : नयापुरा स्टेडियम में सरकार की चौथी वर्षगांठ के दौरान आयोजित समारोह के दौरान लगे रोजगार शिविर में प्रभारी मंत्री प्रभुलाल सैनी मंच पर दीप प्रज्ज्वलन कर रहे थे। कार्यक्रम का संचालन कर रहे यूथ मोटीवेटर नरेश निगम ने प्रभारी मंत्री प्रभुलाल सैनी, विधायक हीरालाल नागर, प्रहलाद गुंजल और महापौर महेश विजय का नाम मंच से संबोधित किया।
उन्होंने मंच से विधायक गुंजल और महापौर विजय के नाम दो-दो बार बोले, लेकिन जब विधायक राजावत का नाम एक बार भी अनाउंस नहीं हुआ तो वो गुस्सा हो गए। फिर थप्पड़ मारने की धमकी दे डाली। जब इस बारे में राजावत से पूछा तो उन्होंने कहा कि क्या करता, उसे बुलवाया और हिदायत दी।