कोटा। दो साल से लंबी प्रतीक्षा के बाद अब देवली अरब रोड पर स्मृतिवन बनाने का रास्ता साफ हो गया है। इस मामले में शनिवार को यूआईटी वन विभाग के बीच प्रभारी मंत्री प्रभुलाल सैनी के सामने एमओयू हुआ। यूआईटी की ओर से सचिव आनंदीलाल वैष्णव तथा वन विभाग की ओर से ललित सिंह राणावत ने एमओयू की प्रतियां आपस में बदली।
स्मृतिवन की योजना दो साल पहले बनी थी। तब विधायक भवानीसिंह राजावत ने यूआईटी वन विभाग के अधिकारियों के बुलाकर इसका प्लान तैयार करवाया था। इसमें सभी कार्य और रखरखाव यूआईटी को करना था जिसे वन विभाग ने मानने से इंकार कर दिया। विभाग के अधिकारी चाहते थे कि विकास यूआईटी करवाए, लेकिन रखरखाव वन विभाग ही करे।
इस पर होने वाला खर्च भी यूआईटी ही वहन करे। इसके बाद दुबारा से शर्तें तय की गई। इसके आधार पर एमओयू तैयार किया गया। 25.38 हैक्टेयर में बनने वाले इस स्मृतिवन पर भी यूआईटी 13 करोड़ 55 लाख रुपए व्यय करेगी।
उद्यान में हर्बल गार्डन, बंबू फॉरेस्ट, खजूर फॉरेस्ट, फुट जोन, जैसे विभिन्न ब्लॉक्स में बांटा जाएगा।
जिसमें अलग-अलग प्रजातियों के पेड़-पौधों, वृक्ष, झाड़ीनुमा पेड़ लगाए जाएंगे। इसमें कराए जाने वाले पौधरोपण में एक भाग बालिकाओं के जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ पर पौधरोपण के लिए आरक्षित रखा जाएगा।
रख-रखावकी राशि भी यूआईटी देगा
स्मृतिवनमें विकास का कार्य नगर विकास न्यास की ओर से करवाया जाएगा। पौधरोपण रखरखाव वन विभाग के जिम्मे रहेगा। इसकी राशि भी यूआईटी देगा। अब इसे स्वीकृति के लिए राज्य सरकार के पास भेजा जाएगा।