Retail Inflation: अगस्त में खुदरा महंगाई दर मामूली बढ़कर 3.65% रही

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नई दिल्ली। खुदरा महंगाई (Retail Inflation) में जुलाई के मुकाबले में मामूली इजाफा देखने को मिला। हालांकि, यह लगातार दूसरे महीने काबू में रही। अगस्त में खुदरा महंगाई दर 3.65 फीसदी रही, जो जुलाई में 3.60 फीसदी थी। इसमें 0.05 फीसदी का मामूली इजाफा हुआ है।

अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति उम्मीद से थोड़ा अधिक रही, क्योंकि सब्जियों की कीमतों में तेजी देखने को मिली। समाचार एजेंसी रॉयटर्स एक सर्वे में अर्थशास्त्रियों ने अगस्त में खुदरा महंगाई दर 3.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था।

खुदरा महंगाई दर जुलाई में करीब 5 साल के लंबे अंतराल के बाद आरबीआई के 4 फीसदी के लक्ष्य से नीचे आई थी। ऐसे में यह लगातार दूसरा महीना रहा, जब खुदरा महंगाई 4 प्रतिशत से नीचे रही। केंद्र सरकार ने आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी दी हुई है।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के डेटा के मुताबिक, खाद्य वस्तुओं की महंगाई अगस्त महीने में मामूली इजाफे के साथ 5.66 फीसदी रही। यह जुलाई में 5.42 फीसदी थी। फूड महंगाई दर की कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) में आधी हिस्‍सेदारी रहती है।

सब्जियों की महंगाई दर अगस्त में 10.71 फीसदी बढ़ी। यह इससे पिछले महीने 6.83 प्रतिशत थी। इसका मतलब कि सब्जियों का भाव बढ़ा है। इसकी वजह अनियमित मानसून हो सकती है, जिसका उपज और आपूर्ति पर असर पड़ा।

दालों और अनाजों के लिए महंगाई दर क्रमश: 13 फीसदी और 7.31 फीसदी रही। फलों की महंगाई दर 6.45 फीसदी थी। डेयरी प्रोडक्‍ट्स के लिए अगस्त में महंगाई दर 2.98 फीसदी थी। मांस और मछली, अंडा की कीमतों में नरमी दिखी।

औद्योगिक उत्पादन वृद्धि सुस्त
इस साल जुलाई में खनन और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन की वजह से देश की औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर सुस्त पड़कर 4.8 प्रतिशत पर आ गई। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की तरफ से गुरुवार को औद्योगिक उत्पादन के ये आंकड़े जारी किए गए। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के संदर्भ में मापा जाने वाला कारखाना उत्पादन जुलाई, 2023 में 6.2 प्रतिशत बढ़ा था।