कर्मयोगी सेवा संस्थान का स्थापना दिवस समारोह आयोजित
कोटा। Karmayogi Seva Sansthan Foundation day:कर्मयोगी सेवा संस्थान के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर कोटा जंक्शन स्थित उमरावमल पुरोहित सभागार में स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान नवगठित कार्यकारिणी को शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तथा संस्थान के मुख्य संरक्षक समाजसेवी गोविंद नारायण अग्रवाल थे।
विशिष्ट अतिथि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक सविता कृष्णैया, थर्मल में एक्सईएन विजय चौधरी और एडवोकेट अशोक चौधरी थे। अध्यक्षता संस्थान के संस्थापक राजाराम जैन कर्मयोगी ने की। वहीं अलका दुलारी जैन कर्मयोगी ने सभी का मोतियों की माला से स्वागत किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गोविंदनारायण अग्रवाल ने कहा कि कर्मयोगी सेवा संस्थान परोपकार का दूसरा नाम है। संस्थान ने परोपकार को ही अपना सबसे बड़ा धर्म माना है। उन्होंने कहा कि जिन क्षत विक्षत शवों लोग छूना भी पसंद नहीं करते। ऐसे लोगों के दाह संस्कार कर उनकी अस्थियों को भी गंगा जी में विसर्जित करने का काम कर्मयोगी सेवा संस्थान कर रहा है। कोरोना काल में जब बेटा भी अपने पिता की अंतिम क्रिया करने से कतरा रहा था। उस समय कर्मयोगी सेवा संस्थान ने 1700 शवों का दाह संस्कार कर उनकी अस्थियों को गंगा जी में विसर्जित भी किया।
सविता कृष्णय्या ने कहा कि सच्चे अर्थों में समाज कल्याण का कार्य कर्मयोगी सेवा संस्थान कर रहा है। अशोक चौधरी ने कहा कि राजाराम जैन कर्मयोगी ने सेवा का जो काम हाथ में लिया है। वह बहुत महत्वपूर्ण और प्रेरक है। व्यक्ति को मरने के बाद भी पूरा सम्मान मिल सके इसकी व्यवस्था संस्थान द्वारा की जा रही है, यह प्रशंसनीय है।
इस अवसर पर संस्थान द्वारा विगत 25 वर्षों में किए गए उल्लेखनीय सेवा कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया गया। राजाराम जैन कर्मयोगी ने बताया कि वर्ष 2000 से संस्थान द्वारा 16 दिवसीय श्राद्ध तर्पण श्रद्धांजलि महोत्सव के कार्यक्रम के साथ संस्थान की स्थापना की गई थी। संस्थान के द्वारा 25 वर्षों में तकरीबन 80 हजार शवों की अंत्येष्टि की गई है। जिनमें से 7 हजार लावारिस और 6500 गरीबों असहाय लोगों की अंत्येष्टि की गई है। उन्होंने कहा कि संस्थान के द्वारा 25 वर्षों में सेवा के काम किए गए हैं। जिन्हें आगे भी जारी रखा जाएगा।
इस दौरान बसंत भरावा, मौसमी अधिकारी, कृष्णा विजय ने “बस यही अपराध में हर बार करता हूं, आदमी हूं आदमी से प्यार करता हूं.. जिंदगी के सफर में…, जीवन चलने का नाम..” सरीखे मधुर गीतों की प्रस्तुतियां दी।
संस्थापक राजाराम जैन कर्मयोगी द्वारा मनोनीत कोटा जिला अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा, महामंत्री कमल सिंह सोलंकी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेमंत सिंह, गुड्डू भाई वारसी, कोषाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण गर्ग सहित 45 सदस्यों की प्रबंध कार्यकारिणी गठित को शपथ दिलाई गई। कार्यकारिणी में 20 महिलाओं को भी स्थान दिया गया है। विशेष रूप से नया कोटा किन्नर प्रमुख रीना दीदी एवं गुमानपुरा प्रमुख किन्नर मंगलमुखी नैना देवी को भी कार्यकारिणी में मुख्य संरक्षक नियुक्त किया गया है।
कार्यकारिणी में प्रमुख रूप से संजय अग्रवाल, रमाकांत शर्मा, राहुल शर्मा, विजय जैन, महावीर जैन, जितेंद्र जैन, संजय डोगरा, मदन गोपाल, धर्मपाल सिंह, नरेंद्र सिंह जादौन, बसंत भरावा, अशोक माचल, मुन्ना भाई, सलीम भाई, नीलम शर्मा, नंद कंवर सोलंकी, मुनमुन खंगार, सुनीता भरावा, नीलम सिंह, महिमा बंसल, एडवोकेट ज्योति गौड़ , शोभना खंगार, रितिका हाडा, रेखा मिश्रा, कुसुम सिंह, नेहा पांचाल को भी प्रमुख रूप से सम्मिलित किया गया।