10 महीनों में देश भर की मंडियों में 107 लाख टन सोयाबीन की आवक हुई

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अब किसानों, व्यापारियों तथा मिलर्स के पास 27.11 लाख टन सोयाबीन का स्टॉक

इंदौर। वनस्पति तेल उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण संस्था- सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) की नवीनतम मासिक रिपोर्ट से पता चलता है कि चालू मार्केटिंग सीजन के आरंभिक 10 महीनों में यानी अक्टूबर 2023 से जुलाई 2024 के दौरान देश भर की मंडियों में कुल 107 लाख टन सोयाबीन की आवक हुई जिसमें से 104.50 लाख टन की क्रशिंग एवं 4.15 लाख टन की सीधी खपत हुई। 8 हजार टन का निर्यात भी किया गया।

सोपा की रिपोर्ट के अनुसार 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) के दौरान 24.07 लाख टन के पिछले बकाया स्टॉक तथा 119.74 लाख टन के उत्पादन के साथ सोयाबीन की कुल उपलब्धता 142.81 लाख टन पर पहुंची जबकि विदेशों से करीब 6 लाख टन का आयात भी होने का अनुमान है।

इसमें से 13 लाख टन का स्टॉक बिजाई के लिए आरक्षित रखा गया जबकि क्रशिंग-प्रोसेसिंग एवं अन्य खपत के लिए 135.81 लाख टन का स्टॉक मौजूद रहा। इसमें से करीब 108.70 लाख टन सोयाबीन का उपयोग हो गया और 1 अगस्त 2024 को किसानों, व्यापारियों तथा मिलर्स के पास 27.11 लाख टन सोयाबीन का स्टॉक बचा हुआ था।

जहां तक सोयामील का सवाल है तो चालू मार्केटिंग सीजन में जुलाई 2024 के अंत तक इसका कुल उत्पादन 82.46 लाख टन हुआ जबकि 1.17 लाख टन का पुराना स्टॉक बचा हुआ था और 24 हजार टन का विदेशों से आयात किया गया।

इस सम्पूर्ण उपलब्धता में से 19.24 लाख टन सोयामील का विदेशों में निर्यात और घरेलू प्रभाग में खाद्य उद्देश्य में 6.65 लाख टन तथा फीड निर्माण में 56 लाख टन सोया डीओसी का उपयोग किया गया।

इसके बाद 1 अगस्त को 1.98 लाख टन सोयामील का अधिशेष स्टॉक बच गया। सोपा के अनुसार 2022-23 के सीजन में 124.11 लाख टन सोयाबीन का घरेलू उत्पादन हुआ था जबकि अक्टूबर 2022 से जुलाई 2023 के दस महीनों में देश से 16.60 लाख टन सोयामील का निर्यात किया गया था।