Protection App: कोचिंग स्टूडेंट्स की सुरक्षा के लिए कोटा पुलिस बस एक बटन दूर

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मोबाइल ऐप पर पैनिक बटन दबाते ही छात्र तक पहुंच जाएगी पुलिस

कोटा। Coaching Students Protection: शहर में कोचिंग छात्रों के बढ़ते सुसाइड को रोकने के लिए कोचिंग छात्रों की सुरक्षा के लिए कोटा सिटी पुलिस मोबाइल एप लॉन्च करेगी। इसमें मौजूद पैनिक बटन दबाने के बाद चंद मिनट में ही पुलिस छात्र तक पहुंच जाएगी।

शनिवार को कोटा सिटी एसपी डॉ अमृता दुहन ने पत्रकारों को बताया कि सेव अवर सोल (एसओएस) एप का कॉन्सेप्ट लॉन्च किया है। इस एप को तैयार किया जा रहा है। यह एप कोचिंग स्टूडेंट के लिए उपयोगी साबित होगाबी।

किसी भी तरह की समस्या या परेशानी होने पर विद्यार्थी इस ऐप में मौजूद पैनिक बटन का उपयोग कर सकेगा। जिससे पुलिस को सीधी सूचना मिल जाएगी। विद्यार्थियों से हमने यह कॉन्सेप्ट शेयर किया है। जल्द ही एप तैयार करके उसे भी लॉन्च किया जाएगा।

एसपी डॉ. अमृता दुहन का कहना है कि जब कोचिंग स्टूडेंट इस ऐप में मौजूद पैनिक बटन का उपयोग करेंगे, तभी कंट्रोल रूम को इसके सूचना मिल जाएगी। इसके बाद उसकी लाइव लोकेशन के आधार पर पुलिस छात्र तक तत्काल पहुंचेगी। स्टूडेंट से जुड़ा डेटा पुलिस सीधे तौर पर एक्सेस नहीं होगा। जब स्टूडेंट पैनिक बटन का उपयोग करेगा, तभी पुलिस उसका डेटा एक्सेस कर पाएगी, जिससे कि विद्यार्थियों को भी किसी तरह का कोई खतरा या डर नहीं रहेगा।

कोटा पुलिस ने शनिवार को कुन्हाड़ी इलाके में एग्जॉटिका गार्डन में कोचिंग स्टूडेंट से सीधा संवाद किया। इस दौरान कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन, एडिशनल एसपी मुख्यालय संजय शर्मा सहित कई पुलिस अधिकारी मौजूद थे। उसके साथ ही विद्यार्थियों ने अपनी कई समस्याओं को बताया, जिन पर कोटा पुलिस चर्चा करेगी।

एसपी डॉ. दुहन ने बताया कि विद्यार्थियों की स्थानीय स्तर से लेकर घर तक जहां के मूल निवासी हैं, वहां की समस्याएं भी सामने आई हैं। हम हर समस्या के निदान का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस भी हॉस्टल, पीजी या कोचिंग में गाइडलाइन की पालना नहीं हो रही है।

उनसे भी पालन करवाई जाएगी। एंटी हैंगिंग डिवाइस से लेकर हर नियम की पालना करनी होगी। अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। कोचिंग छात्रों ने हॉस्टल, मैस, कोचिंग और परिवार से संबंधित समस्याएं बताई हैं।

एक-दूसरे को परेशान करने वाले कोचिंग स्टूडेंट के संबंध में जानकारी सामने आई है। इसके अलावा कुछ छात्र-छात्राएं सार्वजनिक तौर पर अपनी समस्या नहीं बता पा रहे थे। उनसे वन टू वन संवाद भी किया गया है। एसपी डॉ. दुहन का कहना है कि आगे भी अन्य इलाकों में इस तरह का छात्रों से संवाद जारी रहेगा।