दुकानों में 3 फुट के दायरे में रखे सामानों की तोड़फोड़ का व्यापार महासंघ ने किया विरोध

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प्रशासन ने नयापुरा में चलाया अतिक्रमण हटाओ अभियान

कोटा। शहर में चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत शुक्रवार को नयापुरा चौराहे पर करीब 100 से अधिक लोगो की अतिक्रमण निरोधक टीम द्वारा तबाडतोड़ कार्रवाई करते हुए दुकानों में 3 फुट के दायरे में रखे हुए सामानों को तोड़ दिया गया। कई दुकानों के सामान जप्त कर लिए गए. पानी के कैंपर पानी की बोतलें एवं जो काउंटर 3 फुट के दायरे में लगे हुए थे उन्हें भी तोड़ दिया गया।

इस पर नयापुरा चौराहा व्यापार संघ के अध्यक्ष डॉ. डीके शर्मा, सचिव ज्ञानचंद जैन ने कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। अशोक माहेश्वरी ने नयापुरा चौराहा पहुंचकर पूरी वस्तुस्थिति का जायजा लिया और पाया कि तीन-तीन फीट के दायरे में रखे सामानों को भी पूरी तरह से नष्ट कर दिया एवं उठा लिया गया है।

इस मामले को लेकर अशोक माहेश्वरी के नेतृत्व में नयापुरा चौराहा व्यापार संघ के अध्यक्ष डॉक्टर डीके शर्मा, सचिव ज्ञानचंद जैन, पूर्व अध्यक्ष जवाहर बंसल, कोषाध्यक्ष किशोर चावला, विजय डांगा एवं अशोक चांदना सहित सैकड़ो व्यापारियों ने जिला कलेक्टर के सामने विरोध जताया।

माहेश्वरी ने जिला कलेक्टर को बताया कि 25 वर्ष पूर्व कोटा व्यापार महासंघ, पुलिस प्रशासन, नगर निगम एवं जिला प्रशासन के बीच अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत हुए विवाद के बाद एक समझौता हुआ था, जिसमें तीन फीट के दायरे में टिन शेड एवं सीढ़ियां एवं वहां पर लगे कूलर एसी की अनुमति प्रदान की गई थी। क्योंकि बिना टीन शेड, बिना सीढ़ियों से किस तरह ग्राहक दुकान पर जाएगा।

प्रशासन ने आज इस समझौते का उल्लंघन करते हुए 100 से अधिक व्यक्तियों के अतिक्रमण तोड़ दिए। अतिक्रमण निरोधक दस्ते द्वारा किसी भी व्यापारी से बिना बातचीत किए ताबड़तोड़ कार्रवाई की गयी, जिससे व्यापारियों में रोष व्याप्त हो गया। माहेश्वरी ने कहा कि व्यापार महासंघ इस तरह की कार्रवाई एवं समझौते के उल्लंघन को सहन नहीं करेगा। कोटा व्यापार महासंघ की पूरे शहर में सदस्य संस्थाएं हैं, जिस क्षेत्र मे भी इस तरह का अभियान चलाया जाए तो वहां की संस्था के पदाधिकारियों को विश्वास में लिया जाए।

साथ ही एक दिन पहले मुनादी एवं समझाइश की जाए। जिला कलेक्टर ने प्रतिनिधिमंडल से वार्ता करते हुए कहा कि हमारा कोई मकसद नहीं है कि व्यापारियों का नुकसान हो। हमारा मकसद शहर में यातायात सुगम हो और जो लोग अतिक्रमण करके बाजारों के मार्गों में अवरोध कर रहे हैं और अवैधानिक ढंग से बाजारों में बैठे हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करना है। इसमें सभी वर्गों का सहयोग अपेक्षित है। क्योंकि शहर अतिक्रमण मुक्त होगा तो यहां का यातायात सुगम होगा।

उन्होंने तुरंत प्रभाव से नगर निगम के उपायुक्त से दूरभाष पर बात कर इस तरह की कार्रवाई नहीं करने की बात कही। ताकि व्यापारियों और प्रशासन में किसी भी प्रकार का विवाह न हो जो सहमति बनी हुई है, उसको अमल में लाया जाए।

उन्होंने कहा की जिस क्षेत्र में अतिक्रमण हटाना हो वहां एक दिन पहले मुनादी करके सभी को सचेत किया जाए और समझाइश की जाए, ताकि किसी का भी कोई नुकसान नहीं हो। साथ ही व्यापारियों को विश्वास में लेकर ही कार्य किया जाए ।