नई दिल्ली। लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा आज एक गंभीर विषय पर आपका और देशवासियों का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। कल जो संसद में हुआ, देशवासी इसे सदियों तक माफ नहीं करेंगे।
131 साल पहले स्वामी विवेकानंदजी ने शिकागो में कहा था कि मुझे गर्व है कि मैं उस धर्म से आता हूं जिसने पूरी दुनिया को सहिष्णुता और वैश्विक स्वीकृति सिखाई है। विवेकानंदजी ने शिकागो में हिंदू धर्म के लिए दुनिया के दिग्गजों के सामने कहा था। हिंदू के कारण ही भारत की विविधता पनपी है और पनप रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, आज हिंदुओं पर झूठा आरोप लगाने की साजिश हो रही है। षड़ंयत्र हो रहा है। ये कहा गया हिंदू हिंसक होते हैं। ये हैं आपके संस्कार, ये है आपकी सोच, ये है आपका चरित्र। इस देश के हिंदुओं के साथ ये कारनामे। ये देश शताब्दियों तक इसे भूलने वाला नहीं है।
कुछ दिन पहले हिंदुओं में जो शक्ति की कल्पना है, उसके विनाश की घोषणा की गई थी। आप किस शक्ति के विनाश की बात करते हैं। ये हिंदुस्तान सदियों से शक्ति की उपासना करता है। ये बंगाल मां काली की उपासना करता है।
इन्होंने हिंदू आतंकवाद के शब्द को गढ़ने की कोशिश की। इनके साथी हिंदुओं की तुलना मलेरिया से करें और ये लोग तालियां बजाएं, ये देश कभी माफ नहीं करेगा। एक सोची-समझी रणनीति के तहत इनको पूरा ईकोसिस्टम हिंदुओं का मजाक उड़ाना, उन्हें नीचा दिखाना, उस सिस्टम ने इसे फैशन बना दिया है।
‘हमारे देवी-देवताओं का अपमान किया गया’
ईश्वर का हर रूप दर्शन के लिए होता है। हमारे देवी-देवताओं का अपमान 140 करोड़ देशवासियों के दिलों को गहरी चोट पहुंचा रहा है। कर लीजिए राजनीतिक स्वार्थ के लिए। ईश्वर के रूपों का इस तरह से खेल। सदन के कल के दृश्यों को देखकर हिंदू समाज को भी सोचना होगा कि अपमान करने वाले ये बयान संयोग हैं या कोई प्रयोग की तैयारी है। ये हिंदू समाज को सोचना पड़ेगा। पीएम मोदी ने आगे कहा कि एक सोची-समझी साजिश के तहत इनका पूरा इकोसिस्टम हिंदू परंपरा को नीचा दिखाना, अपमानित करना, मजाक उड़ाना ये फैशन बना दिया है।