नई दिल्ली। NEET Paper Leak Case: पेपर लीक केस में कथित मास्टरमाइंट रवि अत्री का नाम सामने आया है। रवि अत्री सॉल्वर गैंग का सरगना है। उसे अप्रैल में यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया था।
यूपी कांस्टेबल पेपर लीक मामले में उसे गिरफ्तार किया गया था। वो फिलहाल मेरठ जेल में बंद हैं और वहीं से उसने पेपर लीक कराया। आरोपी रवि अत्री ग्रेटर नोएडा के नीमका गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ पहले भी प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी करने के आरोप लग चुके हैं।
जानकारी के अनुसार, रवि अत्री को नीट पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। अत्री कई राज्यों में पेपर लीक करने में शामिल था। इस पूरे कांड में उसका काम कथित तौर पर सॉल्व किए गए पेपर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए सॉल्वर गैंग तक पहुंचाना था। अत्री पर पहले भी पेपर लीक आरोप लग चुके हैं। 2012 में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने उसे मेडिकल प्रवेश परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
नीट पेपर लीक मामले में बिहार से संजीव मुखिया गैंग का नाम सामने आया। पुलिस ने कई आरोपियों को भी पकड़ा। बिहार पुलिस ने इन आरोपियों से मिली जानकारी के अनुसार अपनी जांच दूसरे राज्यों में भी बढ़ाई। पूछताछ के दौरान रवि अत्री का नाम सामने आया। इसके बाद यूपी एसटीएफ ने उसे धर दबोचा।
रवि कैसे बना पेपर लीक माफिया
ग्रेटर नोएडा के एक छोटे से गांव का रहने वाला रवि अत्री एग्जाम माफिया बन गया। 2007 में अत्री मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा गया। यहां उसने कई सालों तक तैयारी की। 2012 में उसने परीक्षा पास की और PGI रोहतक में एडमिशन लिया। लेकिन चौथे साल की परीक्षा में शामिल नहीं हुआ। अधिकारियों का कहना है कि तब तक वो ‘एग्जाम माफिया’ के संपर्क में आ चुका था और अन्य उम्मीदवारों के लिए फर्जी पेपर देना शुरू कर दिया था। इसके अलावा, अत्री छात्रों के बीच पेपर लीक करने लगा।