मोशन एजुकेशन में हुआ जेईई और नीट के विद्यार्थियों का ओरिएंटेशन
कोटा। Motion Orientation: सलेक्ट होना है तो अपना कम्फर्ट जोन छोड़ना होगा। कोटा आने के 15 दिन बाद ही कई बच्चे कहने लगते हैं -खाना सही नहीं मिल रहा है, मम्मी पापा की याद आ रही है, यह परेशानी है, वह दिक्कत है। आपको जब मनचाहा कॉलेज मिल जाएगा तब तो बाहर ही रहना पड़ेगा। क्या तब भी इसी तरह रिएक्ट करेंगे…मानकर चलो कि कुछ पाने के लिए कुछ खोना भी पड़ता हैं।
बुधवार को मोशन एजुकेशन के द्रोणा-2 कैम्पस में आयोजित ओरिएंटेशन सेशन में वक्ताओं ने यह कहा। ओरिएंटेशन में हजारों विद्यार्थी और उनके अभिभावक शामिल हुए। उनको मोशन में कोचिंग सिस्टम, सफलता के गुर और पढ़ाई की सही रणनीति की जानकारी दी गई।
सुबह जेईई डिवीजन के ऑरिएंटेशन में ज्वाइंट डाइरेक्टर रामरतन द्विवेदी ने कहा कि टीचर्स पर भरोसा करो और ईमानदारी से पढ़ो तो किसी एग्जाम को क्रेक किया जा सकता है। बोर्ड परीक्षा में बहुत अधिक नंबर लाने वाले बच्चों को जब कोचिंग के टेस्ट में नंबर काम आते हैं तो वे घबरा जाते हैं, पैरेंट्स भी विचलित हो जाते हैं। नंबर कम आए तो घबराना नहीं बल्कि ज्यादा बेहतर प्रयास करना चाहिए।
डिप्टी डायरेक्टर निखिल श्रीवास्तव ने बताया कि कोचिंग कब से शुरू और कब समाप्त होगी, टेस्ट और रिवीजन क्लासेस का शेड्यूल क्या रहेगा और मोशन की ओर से क्या सुविधाएं दी जाएंगी। दो सत्र में हुए इस कार्यक्रम में कंटेंट हेड जयंत चित्तोड़ा ने बताया कि मोशन लर्निंग एप और एआई बेस्ड होमवर्क मशीन का उपयोग किस तरह करना है।
नीट डिवीजन के ऑरिएंटेशन में बुधवार शाम ज्वाइंट डाइरेक्टर अमित वर्मा ने कहा कि हमेशा हारता वही है जो खुद को नहीं पहचानता। सफलता के लिए अपने मजबूत और कमजोर पक्ष की जानकारी जरूरी है। विद्यार्थी सभी कक्षाओं में उपस्थित रहकर पढ़ते रहें, अभ्यास करते रहें, टेस्ट देते रहें, उनमे मिली कमजोरियों के दुरुस्त करते रहें तो अपना ड्रीम कॉलेज मिलकर ही रहेगा।
डॉ. शोभित पटेल ने नीट में सफलता के टिप्स दिए। सीनियर फेकल्टी रेनू ने भी विद्यार्थियों को प्रेरित किया। विद्यार्थियों और अभिभावकों को मोशन में कोचिंग के सिस्टम, सफलता के गुर और पढ़ाई की सही रणनीति से अवगत कराया। बताया गया कि कोचिंग कब से शुरू और कब समाप्त होगी, टेस्ट और रिवीजन क्लासेस का शेड्यूल क्या रहेगा और मोशन की ओर से क्या सुविधाएं दी जाएंगी।