Modi 3.0: राजस्थान से मोदी कैबिनेट में इन चेहरों को मिलेगी जगह, जानिए कौन हैं वे

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जयपुर। Modi 3.0: राजस्थान से मोदी कैबिनेट में इस बार बीजेपी सांसदों को मायूसी हाथ लग सकती है। इस बार दो या तीन सांसदों को ही मंत्री बनाया जा सकता है। सियासी जानकारों का कहना है कि गठबंधन की सरकार की वजह से बीजेपी सांसदों को ज्यादा मंत्री नहीं बनाया जा सकता है।

बता दें पिछली पिछली भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी और अर्जुन मेघवाल को मंत्री बनाया गया था। जबकि ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष बनाए गए थे। लेकिन इस बार हालत बिलकुल अलग है। ऐसे में संभावना यहीं है कि दो मंत्री बनाया जा सकते है। इनमें वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह और अर्जुन मेघवाल का नाम सबसे आगे चल रहा है। सियासी जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे की नाराजगी दूर करने के लिए उनके बेटे दुष्यंत सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है। जबकि मेघवाल को दलित होने का फायदा मिल सकता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस दिन नरेंद्र मोदी बतौर पीएम अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत करेंगे। इसका आयोजन दिल्ली स्थित संसद भवन परिसर में होगा। हालांकि इस बार बीजेपी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के कारण मंत्रिमंडल में NDA सहयोगी दलों के सांसद भी शामिल रहेंगे।

जानकारी के मुताबिक, 9 जून को पीएम मोदी के शपथ ग्रहण के साथ 18-19 कैबिनेट मंत्री और 20 से ज्यादा राज्यमंत्री शपथ ले सकते हैं। इनमें से कुछ चेेहरे राजस्थान से हो सकते हैं। अलवर से नवनिर्वाचित सांसद भूपेंद्र यादव के नाम की चर्चाएं हैं। वहीं 5वीं बार झालावाड़ से सांसद चुने गए दुष्यंत सिंह को इस बार के मोदी मंत्रिमंडल में स्थान मिलने की संभावनाएं हैं।

वसुंधरा और दुष्यंत पीएम से मिले
बता दें बीते दिन (7 जून) पुराने संसद भवन में NDA संसदीय दल की बैठक आयोजित की गई। इस दौरान मुख्य मंच पर नरेंद्र मोदी के साथ सहयोगी दल के नेता मौजूद रहे। बैठक के समापन के बाद राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और दुष्यंत सिंह ने नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। जिसके बाद अनोखे अंदाज में पीठ थप-थपाकर दुष्यंत सिंह के अभिवादन को पीएम ने स्वीकार्य किया।

गौरतलब है कि दुष्यंत सिंह 5वीं बार सांसद निर्वाचित किए गये हैं। एनडीए सरकार के गत दो कार्यकाल में दुष्यंत सिंह मोदी मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं थे। ऐसे में इस बार उनके मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने की चर्चाएं हैं। 9 जून को बतौर पीएम के रूप में नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण के साथ इसके स्पष्ट हो जाने की पूरी संभनाएं हैं।