Soybean production: कैनोला में सोयाबीन का उत्पादन घटने कनाडा में बढ़ने का अनुमान

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वैंकुवर। कनाडा में सोयाबीन का उत्पादन ब्राजील, अमरीका, अर्जेन्टीना, चीन, भारत एवं उरुग्वे जैसे देशों की तुलना में काफी कम होता है लेकिन कैनोला का उत्पादन दुनिया में सबसे ज्यादा होता है। वह कैनोला का सबसे प्रमुख निर्यातक देश भी है।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार दिसम्बर 2022 के मुकाबले दिसम्बर 2023 के दौरान कनाडा में सोयाबीन के आंकड़ों में कुछ बदलाव हो गए। इसके तहत सोयाबीन का पुराना स्टॉक 2.87 लाख टन से 84 हजार टन बढ़कर 3.71 लाख टन पर पहुंचा।

इसका घरेलू उत्पादन भी 65.43 लाख टन से बढ़कर 69.80 लाख टन पर पहुंच गया। विदेशी आयात, पुराने स्टॉक एवं उत्पादन को मिलाकर सोयाबीन की कुल उपलब्धता 71.47 लाख टन से बढ़कर 74.74 लाख टन पर पहुंचने की उम्मीद है। पिछले सीजन में वहां से दिसम्बर तक 36.80 लाख टन सोयाबीन का निर्यात हुआ था जो चालू सीजन में 7.38 लाख टन घटकर 29.42 लाख टन पर सिमट गया।

इसी अवधि में वहां सोयाबीन की घरेलू खपत भी 14 लाख टन से 50 प्रतिशत घटकर 7 लाख टन पर अटक गया। दिसम्बर 2022 के अंत में कनाडा में 20.63 लाख टन सोयाबीन का स्टॉक बच गया था मगर दिसम्बर 2023 में यह 17.68 लाख टन अधिक यानी 38.31 लाख टन पर पहुंच गया। कनाडा में सोयाबीन की क्रशिंग कम होती है जबकि निर्यात ज्यादा होता है।

जहां तक कैनाल का सवाल है तो कनाडा में इसका उत्पादन पिछले सीजन 286.94 लाख टन से घटकर इस बार 183.28 लाख टन रह गया लेकिन पिछले बकाया स्टॉक 15.27 लाख टन से 1.78 लाख टन ज्यादा यानी 15.05 लाख टन रहा। इसके फलस्वरूप कैनोला की कुल उपलब्धता में 1.07 लाख लाख टन की गिरावट आई और यह 201.48 लाख टन से घटकर 200.41 लाख टन पर आ गया।

दिसम्बर 2022 तक कनाडा से 58 लाख टन कैनोला का निर्यात हुआ था जो दिसम्बर 2026 तक 25 लाख टन पर ही पहुंच सका। इसी तरह वहां कैनोला की घरेलू खपत भी 73 लाख टन से घटकर 46.83 लाख टन पर सिमट गई।इसके फलस्वरूप कैनोला का स्टॉक 70.33 लाख टन से बढ़कर 128.50 लाख टन पर पहुंच गया।