उत्पादन कम होने की आशंका से पिछले दो दिन में 7 फीसदी महंगी हुई हल्दी

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नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से हल्दी की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। इसकी वजह हल्दी की नई आने वाली फसल का उत्पादन कम होना मानी जा रही है। साथ ही कारोबारी इस समय हल्दी की खरीद भी बढ़ा रहे हैं। हल्दी की नई फसल मार्च महीने में आने वाली है। कारोबारियों के मुताबिक नई फसल आने तक इसकी कीमतों में तेजी जारी रह सकती है।

बीते दो-तीन कारोबारी दिनों से हल्दी के वायदा भाव चढ़ रहे हैं। पिछले सप्ताह कमोडिटी एक्सचेंज नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX) पर शुक्रवार को हल्दी का अप्रैल अनुबंध 12,938 रुपये के भाव पर बंद हुआ था, आज यह खबर लिखे जाने के समय 13,850 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था और आज ही इसके भाव 1.5 फीसदी से ज्यादा चढ गए।

बीते दो कारोबारी दिनों में इस अनुबंध के भाव 7 फीसदी बढ़ चुके हैं। हल्दी के जून अनुबंध में आज ज्यादा तेजी देखी गई। शुक्रवार को यह अनुबंध 13,056 रुपये पर बंद हुआ था, जो आज खबर लिखे जाने के समय 14,050 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर कारोबार कर रहा था। आज इसके भाव में करीब 3.50 फीसदी तेजी दर्ज की गई। शुक्रवार के बंद भाव से इसके भाव करीब 7.50 फीसदी बढे हैं।

जानकारों के मुताबिक हल्दी की कीमतों में आ रही इस तेजी की वजह इसके उत्पादन में कमी आने की संभावना है। कमोडिटी विशेषज्ञ इंद्रजीत पॉल ने कहा कि हल्दी की नई फसल मार्च महीने में आना शुरू होगी। प्रतिकूल मौसम के कारण इस साल हल्दी की पैदावार कम हो सकती है। शुरुआती अनुमान के मुताबिक इस साल करीब 9.5 लाख टन हल्दी का उत्पादन होने की संभावना है, जो पिछले साल के उत्पादन 11.50 लाख टन से कम है। इसलिए अब हल्दी के भाव में तेजी आने लगी है।

एचडीएफसी सिक्योरिटी में कमोडिटी व करेंसी प्रमुख अनुज गुप्ता ने बताया कि कम उत्पादन की संभावना के बीच इस समय हल्दी की मांग निकल रही है। इसलिए इसकी कीमतों में तेजी का माहौल बनता दिख रहा है। आगे भी तेजी जारी रह सकती है। पॉल ने कहा कि फिलहाल स्टॉक भी कम ही है और उत्पादन भी कम होने वाला है। ऐसे में नई फसल आने तक इसके भाव बढ़कर 15,000 रुपये प्रति क्विंटल तक जा सकते हैं।