नई दिल्ली। Reliance-Disney Deal: रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वॉल्ट डिज्नी के साथ सोमवार को अपने भारतीय मीडिया बिजनेस के परिचालन से जुड़ा एक गैर-बाध्यकारी विलय समझौता किया है। मीडिया रिपोर्ट्स में इसकी जानकारी दी गई है।
विलय समझौते के तहत, रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास शेयरों और नकदी के संयोजन के माध्यम से 51 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी, जबकि डिज्नी शेष 49 प्रतिशत की हकदार होगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि हिस्सेदारी पैटर्न से संकेत मिलता है कि मुकेश अंबानी के रिलायंस समूह के पास अधिक शक्ति होगी।
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि सौदा फरवरी 2024 तक पूरा हो जाएगा, हालांकि, रिलायंस का उद्देश्य जनवरी, 2024 तक प्रक्रिया को पूरा करना है। दो हफ्ते पहले मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि कंपनी के अधिकारी मीडिया विलय के अगले चरण पर चर्चा करने के लिए लंदन में बैठक कर रहे थे।
एक रिपोर्ट के अनुसार, यह विलय भारत के सबसे बड़े मनोरंजन साम्राज्यों में से एक का निर्माण करेगा, जो ज़ी एंटरटेनमेंट और सोनी जैसे टेलीविजन हितो वाली कंपनियों और नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम जैसे स्ट्रीमिंग दिग्गजों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा।
रिलायंस अपनी मीडिया और एंटरटेनमेंट यूनिट वायकॉम 18 के माध्यम से कई टीवी चैनल और जियोसिनेमा स्ट्रीमिंग एप का संचालन करता है। खबरों के अनुसार लंदन में हुई इस डील के दौरान वाल्ट डिज्नी की ओर से पूर्व सीईओ और फिलहाल सलाहकार की भूमिका निभा रहे केविन मेयर और रिलायंस की ओर से मुकेश अंबानी के करीबी माने जाने वाले मनोज मोदी भी मौजूद थे। रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस की सहयोगी कंपनी वायाकॉम 18 की स्टेप डाउन सब्सिडियरी बनाने का प्लान है। इसके तहत स्टॉक स्वैप के जरिए स्टार इंडिया का विलय किया जाएगा।