नई दिल्ली। दिग्गज फिनटेक कंपनी पेटीएम ने 1000 लोगों को बाहर कर दिया है। कंपनी ने ये नई छंटनी कई यूनिट्स को मिलाकर की है। ईकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट में ये बातें सामने आई हैं। मामले की जानकारी रखने वाले व्यक्ति के अनुसार पिछले कुछ महीने से ये छंटनी की प्रक्रिया हो रही है।
नई छंटनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से हुई है। पेटीएम की इस छंटनी के बाद करीब 10 प्रतिशत लोग घट जाएंगे। बता दें, हाल ही में शेयर चैट ने भी 200 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की थी।
बातचीत में पेटीएम ने बताया है कि 10 से 15 प्रतिशत स्टाफ खर्च में कटौती की जाएगी। हालांकि, कंपनी ने कितने कर्मचारियों का बाहर किया इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, पेटीएम ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर जोर देने की बात कही है। कंपनी ने बताया कि ज्यादातर उन नौकरियों पर असर पड़ा है जिसे AI ऑटोमेशन के जरिए किया जा सकता था।
लॉन्ग हाउस कंसल्टिंग की रिपोर्ट के अनुसार इस साल की पहली 3 तिमाही में नई इकोनॉमी कंपनियों ने 28,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की है। पेटीएम के बात करें तो कंपनी में ज्यादातर नौकरियां कर्ज बांटने वाले सेक्शन में की गई हैं। मौजूदा समय में कंपनी घाटे को भी कम करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
पेटीएम पोस्टपेड के संस्थापक विजय शंकर ने इसे एक कर्ज बांटने वाली कंपनी के तौर पर शुरू किया था। इसीलिए 50,000 रुपये तक के लोन को तेजी के साथ बांटा गया था। लेकिन बदलते नियमों के साथ अब इसे वेल्थ मैनेजमेंट और इंश्योरेंस ब्रोकिंग कंपनी बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
इस सेक्शन में हो सकती है भर्ती: पेटीएम का फोकस इस समय वेल्थ मैनजमेंट और इंश्योरेंस सेक्टर पर है। कंपनी यहां एक मजबूत बिजनेस बनाना चाह रही है। इसके लिए आने वाले समय में कई नई भर्तियां भी देखने को मिल सकती हैं।