कोटा। आखिरकार लम्बे इंतजार के बाद कोटा रेलवे वर्कशाप को आधुनिक फीचर का अग्निशामक वाहन मिल गया है। मुख्य कारखाना प्रबन्धक सुधीर सरवरिया ने बताया कि कारखाना प्रबन्धन द्वारा लंबे समय से फायर टेंडर की खरीदी हेतु प्रस्ताव भेजा जा रहा था। पश्चिम मध्य रेल मुख्यालय के द्वारा इस मांग की उपयोगिता को दृष्टिगत रखते हुए मशीन एवं संयंत्र प्रोग्राम के तहत इसके लिए 38 लाख रुपये की राशि उपलब्ध करवायी गयी थी।
उन्होंने बताया कि भंडार विभाग के माध्यम से यह फायर टेंडर प्राप्त हो चुका है। जिसमें 4500 लीटर की क्षमता वाला पानी का टैंक तथा 200 लीटर क्षमता वाला फोम टैंक है, जिसकी मदद से समस्त प्रकार की आग को प्रभावी तरीके से बुझाया जा सकता है। कारखाने के कर्मचारियों को इसके संचालन के लिए प्रशिक्षण देने की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है।
क्यों थी इसकी जरूरत
भारतीय रेल का वैगन अनुरक्षण हेतु कोटा कारखाना महत्वपूर्ण वर्क सेन्टर है। कारखाने का 42 प्रतिशत क्षेत्र हरीतमा से आच्छादित है। इसके अलावा वैगन अनुरक्षण में प्रयुक्त होने वाली ज्वलनशील सामग्री मशीन ऑयल, ग्रीस, डीजल, केरोसिन, पेंट एवं थिनर जैसे ज्वलनशील पदार्थ भी भारी मात्रा में भंडारित किये जाते हैं।
इनके अलावा इंड्रस्ट्रियल गैसें भी कारखाने में भारी मात्रा में प्रयोग की जाती है। ज्वलनशील पदार्थों की श्रेणी में आने वाली फर्नीचर, कम्प्यूटर आदि भी भारी मात्रा में उपयोग में है।
इन सब के मद्देनजर कोटा कारखाना अग्नि की दृष्टि से संवेदनशील की श्रेणी में आता है। यद्यपि, कारखाने में अग्नि से बचाव हेतु पर्याप्त संख्या में ड्राय केमिकल पाउडर एवं कार्बन ऑक्साइड आधारित अग्निशामक उपलब्ध है।