इंदौर। Soybean Crushing: प्रमुख उत्पादक राज्यों में नए-पुराने माल की आपूर्ति बढ़ने तथा कीमत अपेक्षाकृत नरम रहने से 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के प्रथम माह यानी अक्टूबर 2023 के दौरान सोयाबीन की क्रशिंग में 21 प्रतिशत का भारी इजाफा दर्ज किया गया। प्रमुख त्यौहारों का समय होने से मिलर्स को सोया तेल की मांग एवं खपत बढ़ने की उम्मीद थी।
स्वदेशी वनस्पति तेल उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण संस्था- सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर 2023 में देश के अंदर कुल करीब 11.50 लाख टन सोयाबीन की क्रशिंग हुई जो अक्टूबर 2022 के दौरान हुई क्रशिंग 9.50 लाख टन से 21 प्रतिशत या 2 लाख टन ज्यादा है।
सोपा की रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर में सोयाबीन की कुल आवक भी गत वर्ष के 17 लाख टन से करीब 18 प्रतिशत या 3 लाख टन बढ़कर इस वर्ष 20 लाख टन पर पहुंच गया।
इंदौर बेंचमार्क मंडी में सोयाबीन का मॉडल मूल्य (जिस पर सर्वाधिक कारोबार होता है) अक्टूबर 2023 के आरंभ में महज 3900 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा था जो न्यूनतम समर्थन मूल्य से भी नीचे था लेकिन बाद में यह धीरे-धीरे बढ़ते हुए माह के अंत में 4845 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गया जबकि वर्तमान समय में इसका दाम 5010 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास चल रहा है जो 2023-24 सीजन के लिए सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 4600 रुपए प्रति क्विंटल से काफी ऊंचा है।
सोपा की रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर 2023 में सोया मील का घरेलू उत्पादन बढ़कर 9.07 लाख टन पर पहुंचा जो अक्टूबर 2022 में 7.58 लाख टन रहा था। इसी तरह समीक्षाधीन अवधि के दौरान देश से सोयामील का निर्यात 49 हजार टन की तुलना में दोगुने से ज्यादा बढ़कर 1.00 लाख टन पर पहुंच गया घरेलू प्रभाग में पशु आहार निर्माण उद्योग में सोयामील की खपत 6.50 लाख टन हुई जो गत वर्ष के बराबर ही थी। इसी तरह खाद्य क्षेत्र में भी सोयामील की खपत 75 हजार टन के पिछले स्तर पर बरकरार रही।