कोटा। अफसर के कारण बताओ नोटिस पर जवाब में ‘आप स्वयं कभी भी ऑफिस समय पर नहीं आते’ लिखने वाले जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (JVVNL) में कॉमर्शियल असिस्टेंट दिव्यांग अजित सिंह को मंगलवार की शाम सस्पेंड कर दिया गया।
यह कार्रवाई अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए की गई है। 14 जुलाई से ही अजित सिंह और जोनल चीफ इंजीनियर गजेंद्र सिंह बैरवा के बीच तनातनी चल रही है। गजेंद्र सिंह के निरीक्षण के दौरान कार्यालय में अजित सिंह सहित 60 कर्मचारी अपनी सीट पर नहीं मिले थे। इसके बाद इन कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी हुआ था।
अजित सिंह ने अपने दिए जवाब में बैरवा पर ही सवाल खड़े कर दिए थे। उन्होंने जवाब में लिखा था- आप स्वयं कभी भी ऑफिस समय पर नहीं आते। इसीलिए मैं भी समय पर नहीं आता हूं।
कोटा के नयापुरा स्थित JVVNL के ऑफिस में अजित सिंह और बैरवा की पोस्टिंग है। 14 जुलाई को अचानक बैरवा ऑफिस का निरीक्षण करने लगे थे। सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर ऑडिट ब्रांच में कॉमर्शियल असिस्टेंट अजित सिंह सीट पर नहीं मिले थे। रजिस्टर में अजित सिंह के साइन नहीं थे।
बैरवा ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। 17 जुलाई को सिंह ने जोनल चीफ इंजीनियर के कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया। इस नोटिस में अजित सिंह ने बैरवा पर ही समय से ऑफिस नहीं आने का आरोप लगा दिया था।
अजित सिंह आर्मी कोटे से JVVNL में लगे हैं। पिछले 4 साल से कोटा में पोस्टेड हैं। अजित सिंह ने कहा- आज भी जोनल चीफ इंजीनियर लेट आए हैं। मैंने तो सही जवाब दिया था। इस मामले पर मैंने रिजाइन दे दिया है।
अजित एक पैर से दिव्यांग हैं। उन्होंने इस्तीफे में लिखा है- मुझे बिना किसी कारण के सस्पेंड करके करौली भेजा गया है। यह मेरे लिए काफी दूर है। मेरे लिए संभव नहीं है। मुझे सर्वाइव करने के लिए हमेशा एक अटेंडेंट की जरूरत होती है।
कृपया मामले की जांच कराई जाए और क्या हुआ मुझे भी बताया जाए? मैं जांच पूरी होने तक मेरे गांव जा रहा हूं। आपकी जबरदस्ती के कारण मजबूरी में मुझे रिजाइन देना पड़ रहा है। अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं कोर्ट जाऊंगा। अजित सिंह को सस्पेंशन के दौरान कोटा JVVNL ऑफिस से हटाकर करौली मुख्यालय में ड्यूटी देने के आदेश जारी किए गए हैं।