नई दिल्ली। JoSAA Counselling 2023: ज्वाइंट सीट एलोकेशन ऑथोरिटी (जोसा) ने काउंसिलिंग 2023 के पहले राउंड की कटऑफ जारी कर दी है। नामांकन में छात्रों की पहली पसंद कंप्यूटर साइंस है। अभी तक 83.7 प्रतिशत छात्रों की पहली पसंद कंप्यूटर साइंस एंड एलाइड है।
आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी समते 114 सरकारी सहायता प्राप्त तकनीकी संस्थानों में सत्र 2023-24 में दाखिले के लिए कुल 56,339 छात्रों को सीट आवंटित की गई है। इसमें से आईआईटी की 17,413 और एनआईटी की 23380 सीटें शामिल हैं।
वहीं आईआईआईटी समेत अन्य संस्थानों की 15,546 सीटों के लिए कटऑफ बना है। पहले राउंड के कटऑफ में कुल 19 प्रतिशत लड़कियों को जगह मिली है। वहीं, आईआईटी में 20 प्रतिशत और एनआईटी में 22 प्रतिशत लड़कियों को सीट अलॉट हुई है।
आईआईटी में सबसे अधिक सीट तेलंगाना के 2100 छात्रों और एनआईटी में सबसे अधिक यूपी के 4981 छात्रों को अलॉट हुई है। बिहार के करीब 750 छात्रों को आईआईटी व 32 सौ से अधिक छात्रों को एनआईटी की सीटें आवंटित हुई है। आईआईटी समते 34 शीर्ष तकनीकी संस्थानों में यूपी के बाद बिहार के छात्रों को सबसे अधिक सीटें आवंटित हुई है।
जेईई एडवांस में 100 रैंक वाले 606 छात्रों में से 193 छात्रों ने कंप्यूटर साइंस के साथ आईआईटी बॉम्बे को चुना है। जबकि दूसरे नंबर पर आईआईटी दिल्ली को 118 छात्रों ने चुना है। आईआईटी मद्रास में 66, आईआईटी कानपुर में 50, खड़गपुर और रूड़की में 45-45, आईआईटी वाराणसी को 12, इंदौर के पांच, रोपड़ को चार, आईआईटी मंड को एक-एक छात्र चुना है।
जोसा काउंसेलिंग के अध्यक्ष प्रो. के उमा महेश्वर राव ने कहा कि शैक्षणिक सत्र 2023 में आईआईटी और एनआईटी में सामान्य वर्ग के छात्रों को 144 सीट का नुकसान हो हुआ है। दरअसल, पहले चरण की कटऑफ में 144 सीट ओसीआई छात्रों को अलॉट हुई है, वे सभी सामान्य वर्ग से जा रही है।
इससे सामान्य वर्ग के छात्रों को सीट में कमी हो रही है। आईआईटी सामान्य वर्ग की कुल 6,689 सीट है, जिसमें से पहले राउंड में ही 87 सीट कम हो गयी है। जबकि दिव्यांग वर्ग में 350 सीट है। वहीं, एनआइटी में सामान्य वर्ग की कुल 9,169 सीट है। जिसमें से अभी तक 57 सीट कम हो गयी है। जबकि दिव्यांग वर्ग के लिए 475 सीट है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने ओसीआई वर्ग के छात्रों को भारतीय छात्रों की सीट पर नामांकन देने को 2021 में रोक लगा दी थी। इसके बाद अदालत के निर्देश के बाद केंद्र ने 2021 को जारी सूचना में संशोधन किया। इसमें वर्ष 2037 तक ओसीआइ वर्ग के छात्रों को भारतीय छात्रों की सीटों पर एडमिशन मिलेगा। लेकिन महिला व दिव्यांग वर्ग को छोड़कर अन्य कोई आरक्षण का लाभ शामिल नहीं है।
आईआईटी बॉम्बे का कंप्यूटर साइंस कोर्स इस साल टॉप 10 में 10 छात्रों ने एडमिशन लिया है। 2021 व 2022 में टॉप 10 में नौ छात्रों ने कंप्यूटर साइंस में एडमिशन लिया था। टॉप 50 में से 37 छात्रों ने आईआईटी बॉम्बे का कंप्यूटर साइंस कोर्स लिया है।
टॉप 100 में से 89 छात्रों ने बॉम्बे का कंप्यूटर साइंस फर्स्ट च्वाइस में रखा था लेकिन इसमें से 67 छात्र ही कटऑफ तक पहुंच पाये हैं। बचे बचे टॉप 100 के 23 छात्रों ने आइआइटी दिल्ली, व नौ छात्रों ने मद्रास में नामांकन लिया है। एक छात्र ड्रॉप आउट है।
नामांकन में छात्रों की पहली पसंद कंप्यूटर साइंस है। अभी तक 83.7 प्रतिशत छात्रों की पहली पसंद कंप्यूटर साइंस एंड एलाइड है। सिर्फ 6.8 प्रतिशत इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, 5.1 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक्स, 2.1 प्रतिशत ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग को चुना है। जबकि बायोटेक्नोलॉजी, एयरोस्पेस, इंजीनियरिंग फिजिक्स को मात्र 0.1 प्रतिशत छात्रों ने चुना है।