जयपुर। राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण सोमवार एवं मंगलवार को कई क्षेत्रों में तेज हवा चलने एवं गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चुरु, नागौर जिलों के ज्यादातर भागों में एवं जोधपुर, अजमेर एवं जयपुर सम्भाग के क्षेत्रों में कहीं-कहीं मध्यम से तीव्र मेघगर्जन के साथ अचानक तेज हवाएं तथा हल्की से मध्यम बारिश होने की प्रबल संभावना है।
इसी तरह मंगलवार को अजमेर, जयपुर, भरतपुर एवं कोटा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं मेघगर्जन एवं हल्की बारिश होने की संभावना हैं जबकि पांच अप्रैल से उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग को छोड़कर शेष भागों में आंधी बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है।
राजस्थान के 16 जिलों में गरज के साथ बारिश की संभावना के बाद किसान भी चिंतित हैं। बेमौसम बारिश की वजह से पहले ही राजस्थान में किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है। खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो गई थीं। राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, अजमेर संभाग के सभी जिलों के अलावा कुछ अन्य जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का भी पूर्वानुमान है।
नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय: 2 अप्रैल की रात से उत्तर भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इसी पश्चिमी विक्षोभ के असर की वजह से 3 और 4 अप्रैल को राज्य के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है।
स्काईमेट ने अनुमान जताया है कि असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, और नागालैंड के कुछ हिस्सों में भी अगले 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तटीय ओडिशा तथा हिमालय और पंजाब के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के कई भागों में बारिश के साथ-साथ ओले भी गिर सकते हैं।
अप्रैल-जून में पड़ेगी भीषम गर्मी: हालांकि बारिश के थमने के बाद लोगों को भीषण गर्मी का भी सामना करना होगा। मौसम विभाग ने इसके साथ ही कहा है कि अप्रैल-जून के महीने में भीषम गर्मी पड़ सकती है। अनुमान जताया गया है कि मध्य, पूर्वी और उत्तर पश्चिमी भारत में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ सकती है।